Login    |    Register
Menu Close

Category: Important days

लाइन-इलस्ट्रेशन: मंच के पास सूटधारी आयोजक “हिंदी दिवस” बैनर के सामने शाल-ताम्रपत्र और नारियल लिए खड़ा है; डॉक्टर-लेखक के हाथ में निमंत्रण कार्ड; एक बुज़ुर्ग ‘हिंदी माता’ पट्टी-बँधी टांग के सहारे लंगड़ाते हुए, धूल जमीं हिंदी पुस्तकों की गठरी पकड़े; पृष्ठभूमि में डोनेशन बॉक्स और भीड़। व्यंग्यपूर्ण, 16:9, टेक्स्ट-स्पेस छोड़ा हुआ।

हिंदी दिवस-माइक, माला और मातृभाषा

ओपीडी में लेखक-डॉक्टर को एक चालाक रिश्तेदार ‘हिंदी दिवस’ पर मुख्य अतिथि का न्योता थमा देता है—मंशा डोनेशन बटोरने की। तैयारियों के बीच सड़क पर…

Spread the love
“कार्टून-कारिकेचर लाइन चित्र: एक व्यक्ति आरामकुर्सी पर किताब पढ़ते हुए, सिर पर किताबों का ताज, चारों ओर उड़ते विचारों और कल्पना के प्रतीक चिन्ह, जो नेशनल बुक रीड डे पर किताबों की शक्ति और आनंद को दर्शाते हैं।”

नेशनल बुक रीड डे : किताबों के साथ एक दिन

नेशनल बुक रीड डे किताबों की आत्मीयता का उत्सव है। किताबें थकी आत्मा को सुकून देती हैं, सोच को नई दिशा देती हैं और समय…

Spread the love
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का सौम्य कार्टून-चित्र, हाथ में दीपक लिए, जिसकी लौ से कई छोटे दीये (छात्र) प्रज्वलित हो रहे हैं; पृष्ठभूमि में किताब, चॉकबोर्ड और डिजिटल स्क्रीन के आइकन—परंपरा और आधुनिक शिक्षा का सेतु दिखाते हुए।

शिक्षक दिवस: राधाकृष्णन की रोशनी में आज का अँधेरा पढ़ना

शिक्षक दिवस केवल तारीख नहीं, विचार की परीक्षा है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमें सिखाते हैं कि शिक्षा डिग्री नहीं, चरित्र-निर्माण है; ज्ञान तभी शक्ति है…

Spread the love
Minimalist abstract art showing a dissolving crown, a monk’s saffron staff, and a rising lotus encircled by Sanskrit words—Shringar, Neeti, Vairagya—representing Raja Bharthari’s life journey.

राजा भर्तृहरि : श्रृंगार से वैराग्य तक की जीवनयात्रा

कभी मुकुट और महल के स्वामी रहे भर्तृहरि, अंततः साधु की लाठी और तप की गहनता में लीन हो गए। उनकी कथा सिखाती है—श्रृंगार मोहक…

Spread the love
“Minimalist abstract line drawing of Radha and Krishna under a tree, with flute, Yamuna waves, and spiritual aura symbolizing eternal divine love.”

राधाष्टमी : राधा-कृष्ण प्रेम की अनंत व्याख्या

राधाष्टमी केवल जन्मोत्सव नहीं, बल्कि प्रेम और समर्पण की परम व्याख्या है। राधा-कृष्ण का मिलन आत्मा और परमात्मा का प्रतीक है। उनके प्रेम में अधिकार…

Spread the love
श्री गणेश चतुर्थी अवसर पर पारम्परिक संस्कृतनिष्ठ वंदना श्लोक—गणपति को विघ्नहर्ता, पार्वतीसुत, मोदकप्रिय, सिद्धिदाता, बुद्धिप्रदाता और भक्तप्रिय रूप में स्मरण करते हुए स्तुति। चित्र में गजानन भगवान को दिव्य आभा और मोदक के साथ दर्शाया गया है।

गणेश चतुर्थी विशेष-स्तुति

गणेश चतुर्थी विशेष अवसर पर प्रस्तुत वंदना में गणपति को विघ्नहरण प्रथमेश्वर, पार्वतीसुत, मोदकप्रिय, गजवदन और सिद्धिदाता के रूप में नमन किया गया है। वे…

Spread the love
"कार्टून व्यंग्य चित्र: कृष्ण का बालरूप मक्खन हांडी तक हाथ बढ़ाता, और पास ही नेता, अफसर, व्यापारी माखन के बड़े-बड़े लड्डू खा रहे हैं; जनता माखन घिसते दिख रही है।"

माखन लीला-हास्य व्यंग्य रचना

कृष्ण की माखन लीला आज लोकतंत्र में रूप बदल चुकी है। जहाँ कान्हा चोरी से माखन खाते थे, वहीं आज सत्ता और समाज में सब…

Spread the love
दो पुराने स्कूल दोस्त एक छोटे से कमरे में बैठकर खिलखिलाते हुए बात कर रहे हैं। उनके पीछे दीवार पर एक पुरानी फिल्म का पोस्टर और एक पुराने पंखे की झुकी गर्दन है। माहौल में पुरानी यादों की गर्माहट और निश्छलता है।

सच्ची दोस्ती की कड़ियाँ — एक अद्भुत बंधन की बुनावट

जीवन की उलझनों के बीच, यह कहानी एक ऐसे मित्र की है, जिसकी उपस्थिति पुराने स्कूल दिनों की मासूमियत और बेलगाम हँसी की याद दिलाती…

Spread the love
"एक बर्फ से ढकी कारगिल चोटी पर तिरंगा फहराता है, उसकी छाया में एक वीर सैनिक की आकृति खड़ी है। दूर खड़ी नई पीढ़ी श्रद्धा और प्रेरणा के साथ ऊपर देख रही है, जैसे अपने भीतर के सैनिक को पहचान रही हो।"

“कारगिल विजय दिवस 2025 – नई पीढ़ी के लिए शौर्यगाथा का संदेश”

“अगर आप चाहें, तो इतिहास रच सकते हैं; लेकिन अगर आप चाहें कि पीढ़ियाँ उसे याद रखें, तो उसे अपने लहू से लिखना होगा।” कारगिल…

Spread the love