हिंदी दिवस-माइक, माला और मातृभाषा डॉ मुकेश 'असीमित' September 13, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments ओपीडी में लेखक-डॉक्टर को एक चालाक रिश्तेदार ‘हिंदी दिवस’ पर मुख्य अतिथि का न्योता थमा देता है—मंशा डोनेशन बटोरने की। तैयारियों के बीच सड़क पर… Spread the love
मैं और मेरी हिंदी-व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' September 13, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments मैं, अंग्रेज़ी दवा लिखने वाला डॉक्टर, अब हिंदी में लिखने लगा तो शहर के ‘हिंदी प्रहरी’ गुरुजी मेरी हर पोस्ट में बिंदी-अनुस्वार ढूंढते फिरते हैं।… Spread the love
जमाई राजा—कलियुग के कौवे डॉ मुकेश 'असीमित' September 12, 2025 हास्य रचनाएं 1 Comment श्राद्ध पक्ष में कौवों की कमी ने परम्पराओं को भी स्टार्टअप बना दिया। अब्दुल चाचा दो कौवे पालकर खीर चखवाने का 101 रुपये वाला ‘डिलीवरी… Spread the love
मोगली आज़म -लघु नाटिका Ram Kumar Joshi September 12, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments मोगली सल्तनत का दरबार दो सदियों के बीच झूला झूलता है—एक ओर शाही खंजर, सुराही, घूंघरू; दूसरी ओर जींस, बीयर, पिज़्ज़ा और जिम। बादशाह की… Spread the love
इंस्पेक्टर जेंडे –रिव्यु“Inspector Zende Review: मनोज बाजपेयी की क्राइम-कॉमेडी डॉ मुकेश 'असीमित' September 11, 2025 Cinema Review 1 Comment Netflix की फिल्म Inspector Zende में मनोज बाजपेयी एक ईमानदार लेकिन दिलचस्प पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में नज़र आते हैं। यह 1980 के दशक की… Spread the love
पान-दर्शन शास्त्र-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' September 11, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments पान हमारी सभ्यता का ऐसा रस है जिसने गली-कूचों को संसद बना दिया। दीवारों पर मुफ्त “पीक आर्ट,” नेताओं के वादों में कत्था-चूना और जनता… Spread the love
क्वांटम फिजिक्स और अध्यात्म: जब ‘वेव’ वेदांत से हाथ मिलाती है डॉ मुकेश 'असीमित' September 9, 2025 Science Talk (विज्ञान जगत ) 0 Comments When Vedanta shakes hands with Quantum, the monk smiles: “Wave or particle?—depends on who’s watching.” A saffron-clad thinker juggles photons and sine-waves like circus toys,… Spread the love
ब्लडी रेटिंग्स ‘Zwigato’ में गिग वर्ल्ड की सच्चाई डॉ मुकेश 'असीमित' September 8, 2025 Cinema Review 0 Comments ‘Zwigato’ एक गिग-इकॉनॉमी राइडर की रोज़मर्रा की जद्दोजहद का सधी हुई, मानवीय चित्रपट है—जहाँ ऐप का एल्गोरिदम नई फैक्ट्री है, रेटिंग नया ठप्पा, और बारिश… Spread the love
ग्रहण : आत्मचिंतन की छाया में सूर्य और चंद्र डॉ मुकेश 'असीमित' September 8, 2025 Culture 0 Comments ग्रहण केवल खगोलीय घटना नहीं, बल्कि भीतर की छाया का प्रतीक है। राहु हमारे मन और ज्ञान दोनों को ग्रसने की कोशिश करता है —… Spread the love
तीनों खगोलीय पिंडों की त्रिमूर्ति : पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य की खगोलीय लीलाएं डॉ मुकेश 'असीमित' September 8, 2025 शोध लेख 0 Comments सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण सिर्फ़ खगोल नहीं, बल्कि खगोलीय कॉमेडी भी हैं। सूर्य बॉस की तरह, पृथ्वी मैनेजरनी और चंद्रमा नखरेबाज़ कवि की तरह बर्ताव करता… Spread the love