विरासत बनाम विपणन — परिमाण में वृद्धि, गुणवत्ता में गिरावट डॉ मुकेश 'असीमित' November 4, 2025 आलोचना ,समीक्षा 0 Comments “साहित्य के बाजार में आज सबसे सस्ता माल है ‘महानता’। पहले पहचान विचारों से होती थी, अब फॉलोअर्स और लॉन्च-इवेंट से होती है। व्यंग्य अब… Spread the love