सुसरी माया का भटकाव-हास्य व्यंग्य रचना Ram Kumar Joshi December 1, 2025 व्यंग रचनाएं 3 Comments “डा. रामकुमार जोशी की यह व्यंग्यात्मक आत्मकथा सड़कों की भीड़ से ज्यादा वैवाहिक भीड़भाड़ की कहानी कहती है। सड़क पर दिखी ‘अज्ञात मोहतरमा’ ने एक… Spread the love