मकान मालिक की व्यथा –व्यंग रचना
किराए के लिए उन्हें फोन करता हूँ तो पता लगता है, वो बहुत दुखी हो गए हैं, उनकी सात पुश्तों में भी कभी किसी ने ऐसे टटभुजिये मकान में शरण नहीं ली , मकान उनकी नजर में पनौती है ,कह रहे थे इस माकन में घुसते ही उनकी बेटी बीमार हो गयी ,डेड लाख रु … Continue reading मकान मालिक की व्यथा –व्यंग रचना
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed