न कर छेड़खानी तू धरती से प्यारे, ये पेड़ हैं जीवन के सच्चे सहारे। नदियों की धारा, पवन की रवानी, सब कहते हैं — “मत…
पर्यावरण चेतना पर भारत की प्राचीन संस्कृति से प्रकृति का महत्व शास्त्रों में पुरजोर तरीके से वर्णित है. पढ़े विजेंद्र सिंह द्वारा लिखित लेख बात…