“आज़ादी के दिन का अधूरा सपना”-लघु कथा Wasim Alam August 16, 2025 लघु कथा 4 Comments “15 अगस्त के उत्सव में झंडे लहरा रहे थे, गीत बज रहे थे, लेकिन गांधी मैदान के किनारे नंगे पाँव बच्चे लकड़ी समेट रहे थे।… Spread the love
वो घर… जहाँ मोहब्बत बिखर गई Wasim Alam August 10, 2025 कहानी 1 Comment गाँव का आधा-अधूरा घर, जहाँ कभी ढोलक की थाप और हँसी गूँजती थी, अब दो चूल्हों की दूरी में बँट चुका है। नशे, गरीबी और… Spread the love
पानी है… मजा है! कहानी -बात अपने देश की Wasim Alam June 29, 2025 कहानी 4 Comments पटना से गाँव लौटते वक्त एक छोटे स्टेशन पर मिला वह नन्हा पानी बेचता लड़का — थकी हुई आँखें, टूटी चप्पलें और एक मासूम हँसी।… Spread the love
तीन रोटियों की माँ”(कमी, ममता और संघर्ष) Wasim Alam June 25, 2025 कहानी 2 Comments इस चित्र में झलकती है एक ऐसी औरत की कहानी, जो दिन भर अस्पताल की सफ़ाई करती है लेकिन असल में अपने जीवन की जद्दोजहद… Spread the love