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1 दिन में 1600 किलोमीटर तक उड़ान भरने वाले विदेशी पक्षी bar-headed goose

bar headed goose

1 दिन में 1600 किलोमीटर तक उड़ान भरने वाले विदेशी पक्षी bar-headed goose से नाजिम का तालाब गुलजार हो रहा है

मैं पिछले 3 महीने से लगातार नाजिम तालाब पर Bird Watching के लिए जा रहा हूं और मेरी निगाह जब इन Bar Headed Goose के झुंड पर पड़ी तो मन प्रफुल्लित हो उठा 10 या 12 जुड़े तालाब के किनारे के वेटलैंड एरिया में विचरण कर रहे थे हमने काफी देर तक उनके एक्टिविटी को वॉच किया थोड़ी देर में वह उडकर और तालाब के कम जलस्तर वाले एरिया में चले गए बार हेडेड गूज तिब्बत कजाकिस्तान रूस मंगोलिया से उड़कर यहां नाजिम तालाब पर पहुंचे हैं जब चीन मंगोलिया साइबेरिया और तिब्बती देशों में तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला जाता है और पहाड़ों पर बर्फ जमा होने के कारण खाने की कमी हो जाती है तो बार हेडेड गूज पक्षी भारत की ओर रुख करते हैं

Bar Headed Goose

इस बार नाजिम तालाब पर इन पक्षियों ने दस्तक दी है नाजिम के तालाब में इनकी अठखेलियां एक मेरे जैसे बर्ड प्रेमी के लिए और पर्यावरण प्रेमियों के लिए काफी अच्छा आकर्षण का केंद्र हो सकती है मेरा उद्देश्य यहां के क्षेत्र के बारे में सभी पर्यावरण प्रेमियों को अवगत कराने का है और इस क्षेत्र को बर्ड वाचिंग के लिए रिजर्व करने के लिए प्रशासन और लोकल पब्लिक सहयोग करें ऐसी अपेक्षाएं है

मैं जो इस पक्षी के बारे में जो थोड़ी जानकारी जुटा पाया हूं वह आप सभी से शेयर कर रहा हूं बार हेडेड गूज उसके सिर और गर्दन पर काले निशान के साथ इन का रंग पीला ग्रह होता है सिर पर दो काली सलाखों के आधार पर सफेद पंख होते हैं इनके पैर मजबूत और नारंगी रंग के होते हैं इनकी लंबाई 68 से 78 सेंटीमीटर पंखों के फैलाव 140 से 160 सेंटीमीटर वजन 2 से 3 किलोग्राम होता है मई के अंत में का प्रजनन शुरू होता है यह अपना घोंसला खेत के टीले या पेड़ पर बनाते हैं और एक बार में 3 से 8 अंडे देते हैं 27 से 30 दिनों में अंडे से बच्चे बाहर निकलते हैं और 2 महीने के बच्चे उड़ान भरने लगते हैंबार हेडेड गूज शाकाहारी होते हैं और पानी में डूबी हुई घास ही खाते हैं इन्हें जोड़ों में रहना पसंद है बेहद शांत स्वभाव वाले यह मेहमान खतरा भागते ही अपने डेरे को छोड़ देते हैं और दूसरी जगह अपना बसेरा बना लेते हैं बार हेडेड गूज हिमालय की तकरीबन 8000 मीटर ऊंची पहाड़ियों को पार कर भारत आते हैं ठंड कम होते ही मार्च महीने में यह प्रवासी पक्षी अपने देश को लौट जाते हैं

इन्हें विश्व में सबसे ऊंचाई पर उड़ने वाला पक्षी माना जाता है मैं लगभग सप्ताह में 2 या 3 दिन इस नाजिम बाला तालाब पर इन प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां और एक्टिविटी को लगातार वॉच कर रहा हूं एक बहुत ही सुखद अनुभव हो रहा है

दिए गए छायांकन मेरे द्वारा लिए गये है

Dr Mukesh Garg Bird and wildlife photographer Environmental activist

Instagram ID- thefocusunlimited

Facebook ID @mukesh.garg3

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