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प्राण प्रणेता पौरुष पुंज आपके शुक्राणु डॉ. श्रीगोपाल काबरा

प्राण प्रणेता पौरुष पुंज आपके शुक्राणु डॉ. श्रीगोपाल काबरा

प्राणियों के प्राण प्रणेता – प्राणनाथ – शुक्राणु ही होते हैं। पढ़िए रोचक तथ्यात्मक जानकारी शुक्रानुओ के बारे में लेख डा एस जी काबरा द्वारा…

गर्भाशय से कोख – सृजन के सोपान डॉ. श्री गोपाल काबरा

क्या आप जानते है-– कि माँ की कोख और गर्भाशय में क्या फर्क होता है। कोख और नाभिनाल से जुड़े गर्भ के बीच सम्बन्ध  मात्र…

aankhe niyamat hai-aankhe boltee hai

आँखें नियामत – आँखे बोलती हैं। दो नयना मत खाइयो, पीव मिलन की आस -डॉ. श्रीगोपाल काबरा

क्या आप जानते हैं – – कि आपकी दो आँखें आपके मस्तिष्क के संचार संस्थान के दो दूरदरर्शन स्टूडियों है जिनमें (हर आँख में) 1…

प्रेम पाती, प्रणय निवेदन, स्वयंवर और संग्राम गंध संवाद का विलक्षण संसार -लेख डा एस जी काबरा

कोई जीव या प्राणी अपने से बाहरी जगत से संपर्क और संवाद किये बिना जीवित नहीं रह सकता। प्रकृति से संपर्क-संवाद अपना अस्तिव बनाये रखने…

पिता पुत्र का अनोखा रिश्ता

पिता पुत्र का अनोखा रिश्ता Unique Son-father relationship

*समस्त पिता एवं पुत्रो को समर्पितएक रचना अज्ञात श्रोत से मिली है. आप सभी को पसंद आएगी. ऐसे ही विचार लेख कविता आदि के लिए…

जीवन धारा - रक्त कोशिकाएं जीवंत कोशिकाओं का विलक्षण संसार

जीवन धारा – रक्त कोशिकाएं जीवंत कोशिकाओं का विलक्षण संसार

आपके प्राण प्राणवायु वाहक लाल रक्त कण क्या आप जानते हैं –        – कि शरीर की प्रत्येक कोशिका (सेल) अपने आप में एक जीव…