जय छठ मैया! राष्ट्रभक्ति और प्रकृति उपासना का दिव्य पर्व

Prahalad Shrimali Nov 1, 2025 Poems 0

छठ पर्व केवल आस्था का उत्सव नहीं, बल्कि प्रकृति, राष्ट्र और संस्कृति के प्रति समर्पण का सामूहिक संकल्प है। यह लेख छठ मैया की भक्ति के माध्यम से स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, राष्ट्र प्रेम और जनकल्याण की भावना का संदेश देता है — जहां सूर्य उपासना के साथ-साथ देशभक्ति और सामाजिक चेतना का अद्भुत संगम दिखाई देता है।

हरियाली और विकास : क्या दोनों एक साथ संभव हैं?-समसामयिक लेख

Poonam Chaturvedi Jul 21, 2025 समसामयिकी 0

भारत में हरियाली और विकास की बहस पुरानी है। अक्सर आर्थिक तरक्की के नाम पर पर्यावरण की अनदेखी होती रही है। पर यह टकराव अनिवार्य नहीं। सही नीतियों, जन-जागरूकता और पर्यावरण-संवेदनशील विकास मॉडल के ज़रिए हरियाली और तरक्की दोनों संभव हैं। स्कैंडिनेवियाई देश इसका उदाहरण हैं, और भारत में भी ऐसी संभावनाएं बन रही हैं।

*नेताजी का पर्यावरण दिवस आयोजन *

डॉ मुकेश 'असीमित' Jun 4, 2024 व्यंग रचनाएं 0

नेताजी पिछले पांच साल में जब से विधायक की कुर्सी हथियाई है, तब से प्रकृति प्रेम दिखाने के जो भी तरीके हो सकते हैं वो सभी अपनाए हैं। बंजर पड़ी चरवाहे की भूमियों को अपने अधिग्रहण करके उनमे एक आलिशान  फार्म हाउस बनवाया है . उसमें  पाताल तोड़ सबमर्सिबल लगाकर उसके मीठे पानी से   विदेशी […]