“ऋग्वेद: ज्ञान के आदिम सागर की यात्रा” डॉ मुकेश 'असीमित' September 27, 2025 Darshan Shastra Philosophy 0 Comments भाग 1 कल्पना कीजिए वह समय, जब हाथ में कलम नहीं, कंधों पर कथा थी; जब ज्ञान कागज़ पर नहीं, स्मृति की नसों में दौड़ता… Spread the love
नवदुर्गा-ताण्डव स्तोत्रम् डॉ मुकेश 'असीमित' September 22, 2025 संस्कृत रचनाएँ 0 Comments नवदुर्गा ताण्डव स्तोत्रम् देवी शक्ति के नौ स्वरूपों का अद्भुत संगम है—शैलपुत्री की स्थिरता से लेकर सिद्धिदात्री की पूर्णता तक। यह स्तोत्र न केवल विनाश… Spread the love
काश दीवारें बोल उठतीं डॉ मुकेश 'असीमित' September 15, 2025 हिंदी कविता 2 Comments एक धनाढ्य व्यक्ति, जिसने माँ के लिए महल जैसा घर बनाया था, आज बेसुध विलाप कर रहा है। माँ की हल्की करवट पर जाग जाने… Spread the love