Login    |    Register
Menu Close

Tag: भक्ति

"कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाए जाने की लीला का दार्शनिक और सांस्कृतिक विश्लेषण — इंद्र के अहंकार, भक्तिभाव और सामूहिक शरणागति का प्रतीकात्मक चित्रण"

गोवर्धन पूजा — धरती, धारण और धारणा का उत्सव

गोवर्धन लीला केवल एक पौराणिक प्रसंग नहीं, बल्कि मानव चेतना की यात्रा है—जहाँ कृष्ण भक्त के रक्षक, गुरु और प्रेमस्वरूप हैं। इंद्र का गर्व, ब्रजवासियों…

Spread the love
एक रंगीन चित्र जिसमें भक्त लाल चुनरी ओढ़े दीपक जलाते हुए मां दुर्गा को पुकार रहा है, मां अपने नौ रूपों में आकाश से प्रकट हो रही हैं, वातावरण में भक्ति और प्रकाश का समन्वय है।

तेरा लाल मां तुझे पुकारे

कविता “तेरा लाल मां तुझे पुकारे” मां और पुत्र के भावनात्मक रिश्ते का सुंदर चित्र है। इसमें भक्त पुत्र अपने लाल वस्त्रों, फूलों, चुनरिया और…

Spread the love
जगन्नाथ रथयात्रा में सजे विशाल रथ, सुभद्रा, बलराम और जगन्नाथ की मूर्तियाँ, भक्तों की भीड़, ढोल-नगाड़ों के साथ पुनीत उत्सव का दृश्य। आकाश में लहराती ध्वजा और जामुन की लकड़ी से बनी देवमूर्ति।

“जय जगन्नाथ”-कविता-बात अपने देश की

पुरी का जगन्नाथ धाम, आस्था और अध्यात्म का अद्भुत संगम है। रथयात्रा के उत्सव में धड़कता है प्रभु का हृदय, जो भक्तों से मिलने स्वयं…

Spread the love