किसी के लिए मरना आसान नहीं होता ,
स्वयं के लिए जीना भी आसान नहीं होता ।
जो हार गया वो बिखरा ,
जो टिक गया वो निखरा,
पग पग से कांटे चुनना आसान नहीं होता ।
कभी धूप में तन दाह है ,
कभी छांव में कुछ आह है ,
अंधड़ में दीप जलाना आसान नहीं होता ।
जीवन एक समुंदर है ,
लहरों से लड़ा वो सिकंदर है ,
डूब कर ऊबर जाना आसान नहीं होता ।
कभी जीत की उम्मीदें टूटी,
कभी अपने से ही दामन छुटी ,
गिर कर फिर से उठना आसान नहीं होता ।

विद्या पोखरियाल
🙏🙏
स्वागत