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Author: Dr Rajshekhar Yadav

एक प्राइवेट अस्पताल को लालफीताशाही, नियम-कानून, टैक्स और सामाजिक अपेक्षाओं के बोझ से दबते हुए दर्शाया गया है, जबकि जनता निशुल्क सेवा की मांग करती नजर आ रही है।

प्राइवेट अस्पतालों का एनकाउंटर

प्राइवेट अस्पतालों पर लूट के आरोप लगाने से पहले समाज को याद रखना चाहिए कि हमने ही इन्हें ‘उपभोक्ता वस्तु’ बना दिया। जिस प्रोफेशन पर…

एक थका हुआ डॉक्टर सुरक्षा कवच के बिना, अस्पताल की सीढ़ियों पर बैठा है, पीछे सरकारी अस्पताल की जर्जर इमारत और विरोध करते लोग।

The Last Bullet For Indian Private Healthcare-Dr. Rajas Deshpande

भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था दशकों से संकट में है—झुग्गियों की भीड़, बजट की कमी, सरकारी अस्पतालों की बदहाली और महामारी में हर साल सैंकड़ों…

मेडिकल फ्लाइट में आका स्वागत है

मेडिको फ्लाइट में आपका स्वागत है

अभी हाल ही में मेडिकल नीट एग्जाम में पास अभ्यर्थियों के लिए ब्लॉगर एवं पेशे से चिकित्सक डा राजशेखर यादव का सटीक व्यंग लेख अपने…

कौन तय करे स्वास्थ्य सेवाओं का मूल्य?

कौन तय करे स्वास्थ्य सेवाओं का मूल्य?

डा राजशेखर यादव पेशे से चिकित्सक है और चिकित्सा सम्बन्धी समसामयिक विषयों पर अपने लेख बात अपने देश की पर प्रकाशित करते रहते है. यह…

सर्जिकल स्ट्राइक भी पैकेज में होती तो क्या होता

सर्जिकल स्ट्राइक भी पैकेज में होती तो क्या होता ?

सरकार द्वारा अव्यभारिक रूप से बीमारियों को पैकेज में बंध्कार निजी अस्पतालों को बाध्य करना इलाज की गुणवत्ता को प्रभावित करेगा. कुछ ऐसे ही विचार…