मेरे घर की ये दीवारें-कविता रचना Vidya Dubey August 12, 2025 हिंदी कविता 3 Comments मेरे घर की दीवारें सिर्फ दीवारें नहीं, वे मेरी जिंदगी की साक्षी हैं। उन्होंने मुझे नाचते-गाते, रोते, सपने बुनते, सपनों के टूटने पर टूटते, झगड़ते,… Spread the love
मुझको मेरा मायका दे दो-कविता रचना Vidya Dubey August 5, 2025 हिंदी कविता 2 Comments यह कविता मायके की गहरी भावनात्मक यादों को समेटे हुए है। इसमें एक बेटी का अपने बचपन के आंगन, गली-चौबारे, पुराने नाम, प्यार-दुलार और पुरानी… Spread the love
साथ देना तू मेरा-शिव भजन Vidya Dubey July 28, 2025 भजन -रचनाएँ 2 Comments यह कविता एक भक्त की भोलेनाथ से की गई विनम्र प्रार्थना है। जब संसार ठुकरा देता है, तब शिव ही सहारा बनते हैं। हर श्लोक… Spread the love
ये बारिश की बूंदे-हिंदी कविता Vidya Dubey July 15, 2025 हिंदी कविता 2 Comments बारिश की हर बूंद, प्रतीक्षा की तपिश से दहकती है। पेड़-पत्ते जवां हैं, बगिया महकी है, लेकिन प्रेमी नहीं आया। बूंदें अब फूल नहीं, अंगारे… Spread the love
उठ ,चल ,फिर दौड़-Poems-Hindi Vidya Dubey July 10, 2025 हिंदी कविता 2 Comments यह कविता जीवन के संघर्ष, आत्मविश्वास और लक्ष्य साधना की प्रेरणा देती है। गिरने, थमने और लड़खड़ाने के बीच भी उठकर आगे बढ़ते रहने की… Spread the love
एक पत्थर की कहानी -कविता रचना Vidya Dubey July 7, 2025 हिंदी कविता 1 Comment विद्या पोखरियाल की यह कविता “पत्थर हूं मैं” जीवन की विसंगतियों को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करती है। यह पत्थर कभी पूजित है,… Spread the love
हां मैं एक औरत हूं-Kavita-Hindi Vidya Dubey July 5, 2025 हिंदी कविता 6 Comments यह कविता स्त्री के संघर्ष, सहनशीलता और उसकी शक्तियों का गान है। माँ, बहन, पत्नी, प्रेमिका, देवी — हर भूमिका में वह समाज की नींव… Spread the love
मैं तेरे नाम से-कविता -हिंदी Vidya Dubey July 3, 2025 हिंदी कविता 2 Comments विद्या पोखरियाल की यह कविता एक माँ की गहन भावनाओं की अभिव्यक्ति है, जो अपने बच्चे के नाम से अपना अस्तित्व गढ़ना चाहती है। वह… Spread the love