आएट्रोजेनेसिसः चिकित्सकीय हिंसा का एक पक्ष -डॉ. श्रीगोपाल काबरा Dr Shree Gopal Kabra July 1, 2025 हिंदी लेख 0 Comments चिकित्सा मानव सेवा का उत्कृष्टतम रूप माना जाता है और अपने शुद्ध और मूल रूप में है भी। लेकिन मानव शरीर पर किया गया हर… Spread the love
“वर्चुअल पूजा वाली बहुएं”-हास्य-व्यंग्य Vivek Ranjan Shreevastav July 1, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments आधुनिक भारतीय परिवारों में उभरती वर्चुअल पूजा की परंपरा को दर्शाता है, जहाँ सास और बहू तकनीक के माध्यम से पूजा में जुड़ी हैं —… Spread the love
हैप्पी डॉक्टर्स डे – व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' June 30, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments डॉक्टर्स डे के दिन एक पत्रकार ‘VIP एंट्री’ की जिद पर अड़ा था। डॉक्टर की शोकेस डिग्रियों से भरी थी लेकिन वह ‘चंदा देकर सम्मानित’… Spread the love
बरसात में झीगुरों की आमसभा-हास्य-व्यंग्य Pradeep Audichya June 30, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments बारिश की रात झींगुरों की आवाज़ को कभी ध्यान से सुनिए – वो बस टर्राहट नहीं, एक आंदोलन की गूंज है। वे मंच पर अधिकारों… Spread the love
जब आप लड़की देखने जाए श्रीमान तो इन पांच बातों का रखें विशेष ध्यान Mukesh Rathor June 30, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments रोटी, कपड़ा, मकान के बाद अब नौकरी और छोकरी युवा की प्रमुख आवश्यकताएं बन गई हैं। लड़की देखने जाना शादी से पहले की सबसे बड़ी… Spread the love
पानी है… मजा है! कहानी -बात अपने देश की Wasim Alam June 29, 2025 कहानी 4 Comments पटना से गाँव लौटते वक्त एक छोटे स्टेशन पर मिला वह नन्हा पानी बेचता लड़का — थकी हुई आँखें, टूटी चप्पलें और एक मासूम हँसी।… Spread the love
पंचायत सीज़न 4: फुलेरा की मिट्टी में राजनीति की महक! डॉ मुकेश 'असीमित' June 28, 2025 Cinema Review 1 Comment पंचायत सीज़न 4 फुलेरा की उसी मिट्टी से शुरू होता है, जिसमें पहले हँसी और सादगी उगती थी — लेकिन इस बार राजनीति की परतें… Spread the love
साक्षात्कार – पति पत्नी में अहम नहीं बल्कि मित्रता जरूरी Babita Kumawat June 28, 2025 Blogs 3 Comments अकांक्षा और राकेश जी ने साझा किया कि वैवाहिक जीवन में अहम नहीं, मित्रता होनी चाहिए। संवाद, माफ़ी और साथ बिताया गया समय ही एक… Spread the love
संविधान सभा में हिंदी पर हुई बहसें और उनके विविध परिणाम Dr Shailesh Shukla June 28, 2025 Blogs 0 Comments यह लेख भारतीय संविधान सभा में राष्ट्रभाषा पर हुए विमर्श की जटिलता को रूपायित करती है — जहाँ हिंदी को एकता का प्रतीक मानने वालों… Spread the love
कैपविहीन कलम का करुण क्रंदन डॉ मुकेश 'असीमित' June 27, 2025 Blogs 7 Comments डॉक्टर साहब की जिंदगी पेन की कैप पर अटक गई है। कभी स्टाफ फेंक देता है, कभी चूहा चुरा लेता है! कैपविहीन पेन की स्याही… Spread the love