चालीस के पार -तौबा रे तौबा डॉ मुकेश 'असीमित' May 27, 2020 Jokes Shayari 0 Comments चालीस पार करने के बादबहुत तकलीफ होती है..कुछ अच्छा नही लगता.. तीस पर थेतब कितना अच्छा लगता था..कितना उत्साह था जिंदगी में..कभी भी कहीं भी… Spread the love