ये बारिश की बूंदे-हिंदी कविता Vidya Dubey July 15, 2025 हिंदी कविता 2 Comments बारिश की हर बूंद, प्रतीक्षा की तपिश से दहकती है। पेड़-पत्ते जवां हैं, बगिया महकी है, लेकिन प्रेमी नहीं आया। बूंदें अब फूल नहीं, अंगारे… Spread the love
“स्वतंत्रता के शेष रहे प्रश्न”— डॉ. मुकेश असीमित डॉ मुकेश 'असीमित' July 14, 2025 हिंदी कविता 2 Comments क्या आज़ादी सिर्फ कैलेंडर की छुट्टी बनकर रह गई है? डॉ. मुकेश असीमित द्वारा स्वरचित और स्वरांजलि में प्रस्तुत यह समकालीन कविता “स्वतंत्रता के शेष… Spread the love
छतरियों के साये में-कविता रचना डॉ मुकेश 'असीमित' July 13, 2025 Hindi poems 0 Comments बरसात की एक शाम, एक बूढ़ा अपनी बीमार पत्नी को लिए डॉक्टर के क्लिनिक के बाहर खड़ा है। डॉक्टर छतरी देता है, पर बूढ़े की… Spread the love
उठ ,चल ,फिर दौड़-Poems-Hindi Vidya Dubey July 10, 2025 हिंदी कविता 2 Comments यह कविता जीवन के संघर्ष, आत्मविश्वास और लक्ष्य साधना की प्रेरणा देती है। गिरने, थमने और लड़खड़ाने के बीच भी उठकर आगे बढ़ते रहने की… Spread the love
सैनिकों को सलाम-Poem-Hindi Babita Kumawat July 9, 2025 Poems 8 Comments “ये कविता मातृभूमि की रक्षा में तैनात भारत माँ के लाड़ले सैनिकों को समर्पित है। जो अपने प्राणों की आहुति देकर तिरंगे की शान को… Spread the love
वाह भाई वाह -कविता -हास्य व्यंग्य डॉ मुकेश 'असीमित' July 7, 2025 हिंदी कविता 0 Comments सामाजिक विडंबनाओं पर करारा व्यंग्य करती ये कविता ‘वाह भाई वाह’ हमें उन विसंगतियों का एहसास कराती है जहाँ ज़िंदगी त्रासदी बन चुकी है, फिर… Spread the love
एक पत्थर की कहानी -कविता रचना Vidya Dubey July 7, 2025 हिंदी कविता 1 Comment विद्या पोखरियाल की यह कविता “पत्थर हूं मैं” जीवन की विसंगतियों को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करती है। यह पत्थर कभी पूजित है,… Spread the love
हां मैं एक औरत हूं-Kavita-Hindi Vidya Dubey July 5, 2025 हिंदी कविता 6 Comments यह कविता स्त्री के संघर्ष, सहनशीलता और उसकी शक्तियों का गान है। माँ, बहन, पत्नी, प्रेमिका, देवी — हर भूमिका में वह समाज की नींव… Spread the love
मैं तेरे नाम से-कविता -हिंदी Vidya Dubey July 3, 2025 हिंदी कविता 2 Comments विद्या पोखरियाल की यह कविता एक माँ की गहन भावनाओं की अभिव्यक्ति है, जो अपने बच्चे के नाम से अपना अस्तित्व गढ़ना चाहती है। वह… Spread the love
सावन आया-हिंदी कविता Uttam Kumar July 3, 2025 हिंदी कविता 2 Comments इस कविता में सावन का रसभीना चित्र है—जहाँ झूले हैं, कजरी है, और बदरा की फुहारें हैं, वहीं किसी के पिया की दूरी आँखों में… Spread the love