किसी के लिए मरना आसान नहीं होता -कविता रचना Vidya Dubey August 26, 2025 Poems 2 Comments जीवन की कठिनाइयाँ कभी धूप की तपिश, कभी आँधियों की मार, तो कभी अपनों की बेरुख़ी के रूप में सामने आती हैं। हारना आसान है,… Spread the love
डूबने की फिलासफी-छंद रचना Ram Kumar Joshi August 26, 2025 Hindi poems 6 Comments डॉ. राम कुमार जोशी की कविता डूबने की फिलॉसफी जीवन के गहन व्यंग्य को सरल शब्दों में उभारती है। जीवित व्यक्ति काम-क्रोध-अभिमान के भार से… Spread the love
मेरे घर की ये दीवारें-कविता रचना Vidya Dubey August 12, 2025 हिंदी कविता 3 Comments मेरे घर की दीवारें सिर्फ दीवारें नहीं, वे मेरी जिंदगी की साक्षी हैं। उन्होंने मुझे नाचते-गाते, रोते, सपने बुनते, सपनों के टूटने पर टूटते, झगड़ते,… Spread the love
रक्षा सूत्र का प्रण-कविता रचना डॉ मुकेश 'असीमित' August 9, 2025 हिंदी कविता 1 Comment रक्षा सूत्र का संकल्प सिर्फ परंपरा नहीं, यह भय के अंधेरों में जलती प्रतिज्ञा की मशाल है। नाज़ुक धागे में बंधा विश्वास, समाज की दरारों… Spread the love
मुझको मेरा मायका दे दो-कविता रचना Vidya Dubey August 5, 2025 हिंदी कविता 2 Comments यह कविता मायके की गहरी भावनात्मक यादों को समेटे हुए है। इसमें एक बेटी का अपने बचपन के आंगन, गली-चौबारे, पुराने नाम, प्यार-दुलार और पुरानी… Spread the love
दोस्त बदल गए हैं यार-कविता रचना डॉ मुकेश 'असीमित' August 4, 2025 हिंदी कविता 2 Comments समय की धारा में बहते हुए रिश्तों का यह मार्मिक चित्रण है — जहाँ कभी हँसी-ठिठोली, सपनों की साझेदारी और चाय की चौपाल थी, वहाँ… Spread the love
चाँद हो या..कविता रचना Sanjaya Jain July 27, 2025 Hindi poems 3 Comments इस कविता में एक रात का भावचित्र है — जहाँ चाँद नहीं निकला, फिर भी कोई और “चाँद सा” मौजूद है जो सबका ध्यान खींच… Spread the love
मैं झूठ की तलाश में हूँ-कविता रचना डॉ मुकेश 'असीमित' July 25, 2025 हिंदी कविता 4 Comments यह कविता एक खोज है उस झूठ की, जिसे हमने सच मान लिया—जिसे प्रार्थनाओं, राष्ट्रगान, टीवी बहसों और भावनाओं में पवित्रता की तरह सजाया गया।… Spread the love
हिंदी प्रयोग, सहयोग, विरोध और गतिरोध-कविता Dr Shailesh Shukla July 17, 2025 हिंदी कविता 1 Comment यह कविता हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा मिलने के बावजूद उसके व्यावहारिक उपयोग में आने वाली चुनौतियों और उपेक्षा को दर्शाती है। यह बताती… Spread the love
बरसात की बूंदे -कविता-रचना डॉ मुकेश 'असीमित' July 15, 2025 हिंदी कविता 0 Comments बारिश की धीमी बूँदें जैसे प्रेम पत्र हों, जो धरती पर उतरते ही एक गीत बन जाएं। डॉ. मुकेश असीमित की कविता “बरसात की बूंदे”… Spread the love