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एक टूटा हुआ दिल, उसके पीछे धुंधले चेहरों की परछाइयाँ — जो लालच और स्वार्थ के प्रतीक स्वरूप बिखरे हैं।

रिश्ते -कविता हिंदी रचियता महादेव प्रेमी Hindi Poem Rishte

जब रिश्तों में स्वार्थ और लोभ का ज़हर घुल जाता है, तब वर्षों से सहेजे संबंध भी टूटने लगते हैं। मनुष्यता की नींव पर जब…

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“कार्टून में कचरे का ढेर दिखाया गया है, जिसमें सोशल मीडिया पोस्ट, टीवी न्यूज़, नेताओं के भाषण और ओटीटी कंटेंट सब मिले-जुले हैं। पास खड़े लोग प्रवचन कर रहे हैं और आम आदमी नाक दबाकर खड़ा है।”

कचरे का अधकचरा ज्ञान –व्यंग रचना

यह व्यंग्य रचना शहरी कचरा समस्या और समाज के उदासीन दृष्टिकोण की गहराई में उतरती है। शहरों में बढ़ती कचरा समस्या न केवल पर्यावरणीय चिंताओं…

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chuglee ghutee

चुगली घुट्टी –आओ चुगली करें – व्यंग रचना

चुगली घुट्टी –आओ चुगली करें – व्यंग रचना आज हम बात करेंगे एक बहुत ही दिलचस्प शब्द जिसे सुनकर आपका दिल गुदगुदा जाएगा – “चुगली”।……

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Antardwand -poem

अंतर्द्वंद -कविता रचना -डॉ मुकेश

अंतर्द्वंद का यह संसार, मन के विराट आकाश में,  जहाँ चिंतन की गहराइयों में बसती है एक अनकही पीड़ा।  मनुष्य की अनगिनत अपेक्षाएँ, समाज के……

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तेरा दुःख तेरा ही होगा-कविता रचना-डॉ मुकेश गर्ग

“तेरा दुःख तेरा ही होगा “इस कविता के माध्यम से, यथार्थ को अपनाने और स्वयं के साथ खड़े होने की प्रेरणा देने का प्रयास किया……

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ahsaas kavita

अहसास कविता-रचनाकार डॉ मुकेश गर्ग

अहसास की इस विस्तृत वादी में, जहाँ कण कण में सुकून का सागर छिपा है,वहाँ एक परिंदा, अपने अस्तित्व की छाया में, स्वच्छंद उड़ान भरना……

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नरेन्द्र मोदी का निर्माण – चायवाला से चौकीदार तक-लेखक डॉ मुकेश गर्ग

परिचय: इसके बाद के पन्नों में, आपको नरेंद्र मोदी के जीवन की विलक्षण यात्रा के माध्यम से एक अन्वेषण पर ले जाने का आमंत्रण देता……

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grey anatomy vs chourasiya mahajavya

ग्रेस एनाटोमी बनाम चौरसिया महाकाव्य- एस एम् एस मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के संस्मरण

SMS मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष की स्मृतियाँ ,हम ग्रामीण परिवेश से आए हिंदी भाषियों के लिए कुछ ज्यादा खट्टे-मीठे अनुभव लिए होती हैं। एक……

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शिव समाधि हैं, शक्ति संचलन। एक निःशब्द ऊर्जा, दूसरी जीवंत स्पंदन। जब दोनों मिलते हैं, तब ब्रह्मांड बोल पड़ता है—सृष्टि का रहस्य, शिव-शक्ति की अद्वितीयता में छिपा है। यही जीवन की शाश्वत अभिव्यक्ति है।

शिव और शक्ति: एकत्व का परिवेश-कविता रचना -डॉ मुकेश

शिव समाधि हैं, शक्ति संचलन। एक निःशब्द ऊर्जा, दूसरी जीवंत स्पंदन। जब दोनों मिलते हैं, तब ब्रह्मांड बोल पड़ता है—सृष्टि का रहस्य, शिव-शक्ति की अद्वितीयता…

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मेरे बाप की सड़क है -एक व्यंग रचना

मेरे अस्पताल में एक न्यूरोलॉजिस्ट के मासिक परामर्श के लिए अनुबंध करने हेतु दूरभाष पर बातचीत हो रही थी था। फोन पर बातचीत के दौरान,……

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