मेरा कमरा मेरा सलाहकार Vivek Ranjan Shreevastav November 19, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments कमरे में घुसते ही लगा जैसे पूरा देश भीतर उतर आया हो। छत ऊँचा सोचने का उपदेश दे रही थी, पंखा शोर मचाते हुए ठंडा… Spread the love