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Tag: कार्टून

कार्टून: मेले में ‘Made-in-Japan’ रावण का वाटरप्रूफ पुतला मंच पर चमक रहा है; सामने बच्चे खिलौने लेकर खुश, आयोजक चुपचाप चेक बाँटते; पुतले के पीछे छिपा एक मुस्कुराता शैडो-आदमी असली रावण को दर्शाता है — व्यंग्यात्मक और रंगीन।

कलियुग का रावण-व्यंग्य रचना

अख़बार ने लिखा — इस बार रावण ‘मेड-इन-जापान’! पुतला बड़ा, वाटरप्रूफ, और दोनों पैरों से वोट माँगने तैयार। हम रोते नहीं, तमाशा देखते हैं: रावण…

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एक व्यंग्यात्मक कार्टून जिसमें एक महिला, जो हिंदी भाषा का प्रतिनिधित्व कर रही है, एक ब्यूटी पार्लर की कुर्सी पर बैठी है। एक मेकअप आर्टिस्ट, जो नौकरशाही को दर्शाता है, एक बड़े पेंट रोलर से उसके चेहरे पर भारी मात्रा में मेकअप लगा रहा है, जिससे उसकी प्राकृतिक सुंदरता छिप गई है और वह असहज महसूस कर रही है।

हिंदी का ब्यूटी पार्लर

हिंदी भाषा को सरकारी दफ़्तरों और आयोगों में किस तरह से बोझिल और जटिल बनाया गया है, जिससे वह अपनी सहजता और सुंदरता खो रही…

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"हास्य-व्यंग्यात्मक कार्टून जिसमें मोबाइल पर लगातार काम करते हुए दर्द से परेशान अंगूठा बैंडेज बांधे दिखाया गया है, जबकि बाकी उंगलियाँ आराम से बैठी हैं। अंगूठा थकान और जिम्मेदारी से कराहता हुआ घर के मुखिया की तरह दिख रहा है।"

अंगूठे का दर्द,अंगुली नहीं जानती

“अंगूठा डिजिटल युग का असली मुखिया है—स्याही वाले निशान से पहचान तक और मोबाइल की स्क्रीन पर टाइपिंग तक। लेकिन दुख यह है कि अंगूठे…

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“लाइन-चित्र में एक व्यंग्यात्मक दृश्य: उधार लौटाने से बचता दोस्त, दूसरे दोस्त के हाथ में मिठाई का डिब्बा और कर्ज़ की फाइल, पृष्ठभूमि में गुड मॉर्निंग मैसेज और भागते दोस्त।”

दोस्ती और उधार-हास्य व्यंग्य रचना

दोस्ती अमृत है, मगर उधार की चिपचिपाहट इसे छाछ बना देती है। वही दोस्त जो आपकी माँ का हाल पूछता था, अचानक आपकी क्रेडिट कार्ड…

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खद्दरधारी हिंदी गुरुजी मैग्निफाइंग ग्लास से डॉक्टर-लेखक की फेसबुक पोस्ट में बिंदी-अनुस्वार टटोलते हुए—लाइन आर्ट कार्टून कैरिकेचर, 16:9।

मैं और मेरी हिंदी-व्यंग्य रचना

मैं, अंग्रेज़ी दवा लिखने वाला डॉक्टर, अब हिंदी में लिखने लगा तो शहर के ‘हिंदी प्रहरी’ गुरुजी मेरी हर पोस्ट में बिंदी-अनुस्वार ढूंढते फिरते हैं।…

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कार्टून कैरिकेचर (16:9): श्राद्ध-पक्ष का आँगन। पत्तल पर खीर रखी है, पास में परिवार तर्पण करता दिख रहा है। ससुराल की मुंडेर पर सूट-बूट पहना “जमाई” कौवे की मुद्रा में कांव-कांव करता बैठा है। एक तरफ अब्दुल चाचा पिंजरे में दो कौवे लिए “कांव सेवा ₹101” का बोर्ड पकड़े नोट गिन रहे हैं। दृश्य व्यंग्य, चमकीले फ्लैट रंग, मोटी आउटलाइन।

जमाई राजा—कलियुग के कौवे 

श्राद्ध पक्ष में कौवों की कमी ने परम्पराओं को भी स्टार्टअप बना दिया। अब्दुल चाचा दो कौवे पालकर खीर चखवाने का 101 रुपये वाला ‘डिलीवरी…

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“कार्टून छवि में बुफ़े प्लेट के कोने में सहमा हुआ छोटा कटोरा रायता, हाथ जोड़कर दया की प्रार्थना करता हुआ, चारों ओर व्यंजन शान से सजे और लोग उदासीनता से गुजरते।”

रायता पुराण : रायता फ़ैल गया

“रायतपुराण” भोजन-संस्कृति का हास्य-व्यंग्यात्मक आख्यान है। सागर-मंथन से जन्मा यह दधि-व्यंजन कभी पंगत का गौरव था, तो आज बुफ़े की प्लेट के कोने में सहमा…

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"व्यंग्यात्मक कार्टून – पिता हाथ में मोटी डिक्शनरी लिए उलझन में, बेटा मोबाइल पर तेज़ी से टाइप करता हुआ। चारों ओर ‘LOL’, ‘ROFL’, ‘BRB’, ‘IDK’ और इमोजी तैरते हुए, पिता के दिमाग़ में बिरयानी का ख्याल, जबकि बेटा डिजिटल हंसी में डूबा।"

क्या पापा – लोल – “लोल हो गया संवाद”

डिजिटल युग की हंसी अब मुँह से नहीं, मोबाइल से निकलती है। पिता ‘LOL’ सुनकर असली हंसी देखना चाहते हैं, जबकि बेटा ‘BRB’, ‘ROFL’, ‘IDK’…

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"एक कार्टून कैरिकेचर दृश्य: डॉक्टर सफेद कोट में जज की तरह हथौड़ा मारकर मरीज को पक्का प्लास्टर लगाने की सज़ा सुना रहा है। मरीज पैर पर मोटा प्लास्टर लिए खड़ा है, परिवार वाले पोस्टर लिए विरोध कर रहे हैं–'घर में काम कौन करेगा?' पास में बोर्ड टंगा है–‘डॉ. प्लास्टरलाल एंड कम्पनी: बेसिक, गोल्डन, प्रीमियम पैकेज उपलब्ध।’ दृश्य व्यंग्यात्मक और हास्यपूर्ण।"

काम करने वाला कोई नहीं घर में-satire-humor

मरीज की असली तकलीफ़ टूटी हुई हड्डी नहीं, बल्कि टूटा हुआ घर-गृहस्थी का संतुलन है। डॉक्टर जब पक्का प्लास्टर लगाने का हुक्म सुनाता है तो…

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"कार्टून रेखाचित्र जिसमें एक ऊंघता हुआ चपरासी ऑफिस गेट पर बैठा है, हाथ में बोर्ड पकड़े—‘साहब अवकाश पर हैं’। पास में ताला लगा दरवाज़ा और दीवार पर छुट्टियों से भरा कैलेंडर, साथ ही अफ़सर का चित्र जिसमें वह आरामकुर्सी पर बैठा चाय पीते हुए स्विट्ज़रलैंड की वादियों का सपना देख रहा है।"

अफ़सर अवकाश पर है-हास्य-व्यंग्य रचना

सरकारी दफ़्तरों की असलियत पर यह व्यंग्य कटाक्ष करता है—जहाँ अफ़सर तनख़्वाह तो छुट्टियों की लेते हैं, पर काम के नाम पर बहानेबाज़ी ही उनका…

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