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डूबने की फिलासफी-छंद रचना

A satirical cartoon showing a man sinking in water, tied down by heavy bundles labeled “Ego,” “Anger,” and “Greed,” while a dead body floats lightly beside him, symbolizing the irony of life’s burdens.
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6 Comments

  1. Navneet Vyas

    आपकी दर्शन युक्त इस कविता पर कमेंट करने की तो क्या समझने की अल्प बुद्धि भी मेरे में नही है। पर जिवित देह जो पाप के भार से डूबती जा रही है पर उससे अच्छी निष्प्राण निष्ष्क्रिय देह है जो पाप नही सकती है; तैरती है। इस उपमा ने यह संदेश दिया है कि पापियों तुमसे तो मुर्दे भी अच्छे है।

  2. रश्मिकांत मेहता

    सुंदर रचना
    शब्द सौंदर्य से अभिभूत करती रचना
    नैतिक ज्ञान तो हे ही साथ में सजीव बोध की रसमय रचनाएं।
    छोटी छोटी पर सागर की बात करती रचना

  3. Navneet Vyas

    आपकी दर्शन युक्त इस कविता पर कमेंट करने की तो क्या समझने की अल्प बुद्धि भी मेरे में नही है। पर जिवित देह जो पाप के भार से डूबती जा रही है पर उससे अच्छी निष्प्राण निष्ष्क्रिय देह है जो पाप नही करती है; तैरती है। इस उपमा ने यह संदेश दिया है कि पापियों तुमसे तो मुर्दे भी अच्छे है।

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