🌿 योग और सेवा का संगम : लायंस क्लब सार्थक का सेवांकुर ध्यान योग शिविर 🌿
गंगापुर सिटी की सुबह आज कुछ अलग थी — न सिर्फ़ मौसम में ताजगी थी, बल्कि वातावरण में एक अनोखी सकारात्मक ऊर्जा भी तैर रही थी। नेहरू पार्क में आज का सूरज जब अपनी सुनहरी किरणें बिखेर रहा था, तभी लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3233E-1 के सेवांकुर सेवा सप्ताह के अंतर्गत, लायंस क्लब सार्थक के सदस्य अपने दिन की शुरुआत योग और ध्यान से कर रहे थे।
यह दृश्य अपने आप में बेहद प्रेरक था — जहाँ हर ओर शांति, अनुशासन और सेवा का भाव दिख रहा था। कोई आँखें बंद कर प्राणायाम कर रहा था, कोई सूर्य नमस्कार की लय में तन-मन को साध रहा था। और कोई “ॐ” के उच्चारण के साथ भीतर के कोलाहल को शांत कर रहा था।
🕉️ सेवा सप्ताह का “सेवांकुर” स्वरूप
लायंस क्लब इंटरनेशनल द्वारा 4 से 12 अक्टूबर तक चल रहे सेवांकुर सेवा सप्ताह का उद्देश्य केवल सेवा नहीं, बल्कि समाज के भीतर संवेदनशीलता के बीज (अर्थात् “सेवांकुर”) बोना है। यह अभियान हर वर्ष की तरह इस बार भी लायंस क्लब सार्थक द्वारा उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है — और इसी श्रृंखला में 7 अक्टूबर की सुबह आयोजित हुआ यह “ध्यान योग शिविर।”
इस शिविर का नेतृत्व प्रोजेक्ट चेयरपर्सन ललित किशोर जी ने किया। उन्होंने बताया कि योग केवल शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि यह आत्म-अनुशासन और मानसिक स्वच्छता का माध्यम है। “सेवा के लिए स्वस्थ रहना भी सेवा का ही एक रूप है,” — उन्होंने कहा।
🌼 कार्यक्रम की झलकियाँ
सुबह की हल्की ठंडी हवा, नीम-पेड़ों से छनती किरणें और खुले मैदान में लायंस परिवार का सामूहिक ध्यान — यह दृश्य किसी आध्यात्मिक चित्र जैसा था। लगभग एक घंटे तक चले सत्र में सभी ने प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति और सूर्य नमस्कार जैसे आसनों का अभ्यास किया।
शिविर का समापन सामूहिक “ॐ” ध्वनि के साथ हुआ, जिसने पूरे वातावरण को शांत और ऊर्जावान बना दिया।
🌟 गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर रीजन 11 के चेयरपर्सन एडवोकेट विवेक कुमार मीना और ज़ोन चेयरपर्सन आनंद गोयल विशेष रूप से उपस्थित रहे। साथ ही सेवा सप्ताह कोऑर्डिनेटर डॉ. संतोष भंडारी, सह-कोऑर्डिनेटर डॉ. सी.के. सिंघल, लायन सुमित सिरोहिया, लायन डॉ. मुकेश गर्ग, कोषाध्यक्ष भूपेश गर्ग, राजेश मंगल तथा अन्य कई सक्रिय सदस्य भी शामिल हुए।
सभी ने एक स्वर में कहा कि “सेवांकुर” जैसे अभियानों से न केवल समाज में सेवा की भावना मजबूत होती है, बल्कि क्लब के सदस्यों के बीच भी सहयोग और सामूहिकता का बंधन गहरा होता है।

🌻 योग – सेवा का दूसरा नाम
योग का अर्थ है “जुड़ना” — और यह जुड़ाव केवल शरीर-मन का नहीं, बल्कि समाज से आत्मीय संबंध का भी प्रतीक है। लायंस क्लब सार्थक ने योग को केवल स्वास्थ्य अभ्यास के रूप में नहीं, बल्कि सेवा की साधना के रूप में देखा।
सेवा का अर्थ केवल दान या सहयोग नहीं होता; स्वयं को अनुशासित करना, अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाना ताकि दूसरों की मदद की जा सके — यही योग की सच्ची भावना है। आज के इस आयोजन ने इसी दर्शन को जीवंत कर दिया।
💫 आत्मिक स्पर्श का अनुभव
योगाभ्यास के दौरान जब “ॐ” की ध्वनि गूंज रही थी, तो ऐसा लगा मानो नेहरू पार्क ही नहीं, पूरा शहर इस ऊर्जा से तरंगित हो गया हो। यह ध्वनि सिर्फ़ एक उच्चारण नहीं थी — यह भीतर के असंतुलन को संतुलित करने का मंत्र थी।
कई सदस्यों ने कहा कि लंबे समय बाद ऐसा अवसर मिला जब सुबह का एक घंटा केवल स्वयं से मिलने में बीता। यही तो सेवा की शुरुआत है — स्वयं को समझना और फिर समाज के लिए कुछ करना।
सेवा, साधना और स्वास्थ्य का त्रिवेणी संगम रहा यह कार्यक्रम
लायंस क्लब सार्थक का यह “ध्यान योग शिविर” केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था —
कि सेवा का प्रारंभ आत्म-अनुशासन से होता है, और समाज की भलाई तभी संभव है जब व्यक्ति स्वयं स्वस्थ, संयमित और शांतचित्त हो।
“सेवांकुर सेवा सप्ताह” के इस पहलू ने यह सिद्ध कर दिया कि सेवा केवल बाहरी कर्म नहीं, बल्कि एक आंतरिक साधना भी है।
🪷 लायंस क्लब सार्थक की यह पहल न केवल समाज में स्वास्थ्य और संतुलन का संदेश देती है, बल्कि यह हमें याद दिलाती है कि सेवा का असली आनंद तब मिलता है जब हम भीतर से स्वस्थ और शांत हों।
📍 स्थान: नेहरू पार्क, गंगापुर सिटी
📅 दिनांक: 7 अक्टूबर 2025
🎯 अभियान: सेवांकुर सेवा सप्ताह (4–12 अक्टूबर)
#LionsClubSarthak #Sevankur2025 #YogaForService #DhyanShivir #WellnessThroughSeva #LionsClubInternational #GangapurCity #LionsInAction #ServiceWithSmile #SevaSamarpan #YogaDay #CommunityWellness