Login    |    Register
Menu Close

आतंकवाद कविता -रचियता महादेव प्रेमी

atankvad poem hindi

आतंक वाद।
आतंक वाद से पीडित,ज्यादा भारत देश,
इसी देश की संस्कृति,देती हर संदेश,
देती हर संदेश,और हर सुविधा देते,
जिस थाली में खांय,उसे छेदों से भरते,
“प्रेमी”लव जेहाद से,वहुत हुए अपराध,
धर्म कर्म विचलित,करे तो ये है आतंक वाद।

महादेव प्रेमी द्वारा रचित यह कविता भी पाक प्रायोजित आतंकवाद पर पहले प्रकाशित की हुई है

1 Comment

  1. Pingback:सपना बन जाए-हिंदी कविता - Baat Apne Desh Ki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *