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Category: हिंदी कविता

A dramatic ancient courtroom scene (Mahabharata sabha), where Draupadi stands in the center with tears in her eyes, raising her hands skyward. Her saree is being pulled by a man (Dushasana), but an endless divine cloth is being miraculously extended from above by Lord Krishna, glowing in the sky. Surrounding warriors like Bhishma, Drona, and the Pandavas sit in silence, frozen with guilt or shame. Duryodhana smirks in the background. The ambiance is emotionally intense, with divine light focused on Draupadi and Krishna’s ethereal form above.

द्रोपदी का चीर हरण -कविता-बात-अपने-देश-की

द्रोपदी की पुकार, कृष्ण की कृपा और महारथियों की चुप्पी — यह कविता महाभारत की उस घड़ी का चित्रण है जहाँ न्याय मौन हो गया,…

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एक अकेले डॉक्टर की छाया, हाथ में सर्जरी का औजार, पृष्ठभूमि में अस्पताल की हलचल, चेहरे पर थकान और उदासी, आँखों में अनकही वेदना।

एक डॉक्टर की अंतर्वेदना-कविता-बात अपने देश की

एक डॉक्टर की आत्मा में दबी हुई करुण पुकार — जो हर दिन दूसरों के लिए जीवन की लड़ाई लड़ता है, पर खुद की वेदना…

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जगन्नाथ रथयात्रा में सजे विशाल रथ, सुभद्रा, बलराम और जगन्नाथ की मूर्तियाँ, भक्तों की भीड़, ढोल-नगाड़ों के साथ पुनीत उत्सव का दृश्य। आकाश में लहराती ध्वजा और जामुन की लकड़ी से बनी देवमूर्ति।

“जय जगन्नाथ”-कविता-बात अपने देश की

पुरी का जगन्नाथ धाम, आस्था और अध्यात्म का अद्भुत संगम है। रथयात्रा के उत्सव में धड़कता है प्रभु का हृदय, जो भक्तों से मिलने स्वयं…

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भारत माता को नमन करता एक व्यक्ति, भारत के नक्शे पर खड़ी भारत माता के हाथ में तिरंगा और कमल, पृष्ठभूमि में हिमालय और समुद्र।

मातृभूमि-कविता देश भक्ति की

यहकविता मातृभूमि के प्रति श्रद्धा, बलिदान और गौरव की भावना को दर्शाती है। हिमालय से सागर तक फैली इस पुण्यभूमि को नमन करते हुए व्यक्ति…

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एक न्यूनतम चित्रण जिसमें दो अमूर्त मानव आकृतियाँ एक-दूसरे की ओर उन्मुख हैं, उनके बीच एक जुड़ाव रेखा है। ऊपर दिल और नीचे जुड़ी हुई प्रतीकात्मक आकृतियाँ रिश्तों की जटिलता और भावनात्मक गहराई को दर्शाती हैं।

“रिश्ते (गजल ) दो छायाओं के बीच अनकहे जुड़ाव ।”

गजल – रिश्ते रिश्तों में विसाल उतना है जरूरी, मेरे लिए हर सिम्त में रिश्ते है जरूरी पर कुछ लोग बना देते है मैदान-ए-मतकल, मेरी…

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