मातृभूमि-कविता देश भक्ति की Meenakshi Anand June 25, 2025 Poems 1 Comment यहकविता मातृभूमि के प्रति श्रद्धा, बलिदान और गौरव की भावना को दर्शाती है। हिमालय से सागर तक फैली इस पुण्यभूमि को नमन करते हुए व्यक्ति… Spread the love
अड़े रहो सखियों— ये जिंदगी तो ना मिलेगी दोबारा— Sushma Vyas June 25, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments श्रीमती बिंदिया ढहया लेखिका बनने के बाद अब “एडमिन” बनने पर अड़ी हैं — फेसबुक पेज, लाइव कार्यक्रम, महिला मंच… सब कुछ चाहिए उन्हें! बेटा… Spread the love
” चला ढूढ़ने जीवन को ” Uttam Kumar June 25, 2025 Poems 0 Comments यह कविता जीवन की उस रहस्यमय दिशा की तलाश है, जहाँ कोई पदचिन्ह नहीं और कोई उत्तर नहीं। कवि उस अज्ञात छोर की ओर देखता… Spread the love
तीन रोटियों की माँ”(कमी, ममता और संघर्ष) Wasim Alam June 25, 2025 कहानी 2 Comments इस चित्र में झलकती है एक ऐसी औरत की कहानी, जो दिन भर अस्पताल की सफ़ाई करती है लेकिन असल में अपने जीवन की जद्दोजहद… Spread the love
हिन्दी की बेटी-कविता Babita Kumawat June 25, 2025 Hindi poems 0 Comments हिंदी केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मा की पहचान है। यह भाषा नहीं, सृजन की प्रेरणा है — जो प्रतिभा को आकार देती है… Spread the love
काश मैं सामग्री विभाग का प्रमुख होता-डॉ शैलेश Dr Shailesh Shukla June 24, 2025 Blogs 0 Comments जब हम छोटे थे तो समझते थे कि सबसे ताकतवर लोग पुलिसवाले होते हैं, फिर बड़े हुए तो लगा कि मंत्री सबसे ताकतवर होते हैं।…… Spread the love
“बेसहारा सर्वहारा चिन्तक” कविता रचना-डॉ मुकेश असीमित डॉ मुकेश 'असीमित' June 24, 2025 Poems 0 Comments एक मुखौटा जो क्रांति का नाम लेता है, और एक जाम जो सिंगल मॉल्ट से छलकता है। डॉ. मुकेश ‘असीमित’ की यह तीखी व्यंग्यात्मक कविता… Spread the love
“रिश्ते (गजल ) दो छायाओं के बीच अनकहे जुड़ाव ।” Babita Kumawat June 23, 2025 Poems 0 Comments गजल – रिश्ते रिश्तों में विसाल उतना है जरूरी, मेरे लिए हर सिम्त में रिश्ते है जरूरी पर कुछ लोग बना देते है मैदान-ए-मतकल, मेरी…… Spread the love
धरती मां की पुकार: पर्यावरण संरक्षण पर प्रेरणादायक बाल कविता Dr. Mulla Adam Ali June 23, 2025 Blogs 0 Comments धरती हमारे जीवन की आधारशिला है — नीला अम्बर, हरी ज़मीन, और प्रकृति के अनमोल रंगों से सजी यह दुनिया हमें जीवन, शांति और सुख…… Spread the love
जंगल की पुकार: हरियाली, जीवन और संरक्षण की कविता Dr. Mulla Adam Ali June 23, 2025 Blogs 0 Comments जंगल केवल पेड़ों और जानवरों का घर नहीं, बल्कि हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। यह हरियाली, शांति, और जैव विविधता का प्रतीक हैं, जो…… Spread the love