डॉ मुकेश 'असीमित'
Sep 8, 2025
शोध लेख
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सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण सिर्फ़ खगोल नहीं, बल्कि खगोलीय कॉमेडी भी हैं। सूर्य बॉस की तरह, पृथ्वी मैनेजरनी और चंद्रमा नखरेबाज़ कवि की तरह बर्ताव करता है। इनकी शक्ति, आकार और वजन जब आपस में भिड़ते हैं, तो ग्रहण बनता है मानो आसमान में ब्रह्मांडीय नौटंकी का लाइव शो!
डॉ मुकेश 'असीमित'
Sep 7, 2025
Book Review
2
Roses & Thorns by Dr. Mukesh Aseemit is a sharp, witty collection of satirical essays that slices through India’s socio-political absurdities. With the precision of an orthopedician, Aseemit dissects hypocrisy, education scams, political chaos, and everyday quirks through humor, irony, and poetic flair. Each essay stands alone, making satire approachable, relatable, and impactful—sometimes whimsical, often biting, but always thought-provoking and rooted in authentic cultural observation.
डॉ मुकेश 'असीमित'
Sep 6, 2025
News and Events
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Lions Club Sarthak’s BOD meeting in Gangapur City saw the presence of 24 members. Key discussions included the monthly Diabetes Check-up Camp, CPR Training Camp, and finalization of the Garba Festival on 26th September. The Oath-taking Ceremony was scheduled for 18th September by the DG, with Aman Verma and Vinod Gautam as coordinators. Plans for upcoming Divyangjan Assistance Camps in November were also made, along with social media promotion.
डॉ मुकेश 'असीमित'
Sep 6, 2025
Important days
2
नेशनल बुक रीड डे किताबों की आत्मीयता का उत्सव है। किताबें थकी आत्मा को सुकून देती हैं, सोच को नई दिशा देती हैं और समय को ठहरा देती हैं। गुटेनबर्ग से लेकर आज के डिजिटल युग तक, किताबों ने जीवन की दिशा बदली है। आज का दिन हमें याद दिलाता है कि पन्नों की सरसराहट में छिपी कहानियाँ ही असल में आत्मा का संगीत हैं।
Ram Kumar Joshi
Sep 5, 2025
हिंदी कविता
1
डा. राम कुमार जोशी की यह हास्य-व्यंग्य रचना "खर्राटा संगीत" वैवाहिक जीवन की हल्की-फुल्की खटास-मीठास को चुटीले अंदाज़ में पेश करती है। इसमें पत्नी के खर्राटों को संगीत की तरह रूपायित कर बांसुरी, ढोल और खर्र-खर्र की ध्वनियों से जोड़ते हुए विनोदी चित्र खड़ा किया गया है।
Mamta Avadhiya
Sep 5, 2025
हिंदी कविता
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यह रचना माँ के प्रति गहरी भावनाओं और स्मृतियों से भीगे रिश्ते का मार्मिक चित्रण है। इसमें माँ की गोद, आँचल और मुस्कान को याद करते हुए कवि अपने मन की बेचैनी, अधूरी बातों और सपनों की ओर संकेत करता है। प्रतीक्षा और तड़प इसे और भावुक बना देती है।
Kishan Tiwari
Sep 5, 2025
गजल
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किशन तिवारी 'भोपाल' की यह ग़ज़ल जीवन की पीड़ा, संघर्ष और रिश्तों की विडंबना का गहन बयान है। इसमें मोहब्बत और विश्वास के टूटे बंधन, सच पर अडिग रहना, महफ़िल में अकेलापन और सत्ता की चुप्पी जैसे बिंब पाठक को आत्ममंथन की ओर ले जाते हैं।
Deepak Kumar
Sep 5, 2025
हिंदी कविता
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यह कविता "इंसान" जीवन की जटिलताओं और सुंदरता का संवेदनशील चित्रण है। इसमें इंसान की खुशियों की तलाश, दुखों से जूझने की क्षमता, प्रेम और पीड़ा का संतुलन, और निरंतर सीखने की प्रक्रिया को दर्शाया गया है। यह संदेश देती है कि कठिनाइयों के बावजूद इंसान सपनों और उम्मीदों से जीता है।
डॉ मुकेश 'असीमित'
Sep 5, 2025
Important days
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शिक्षक दिवस केवल तारीख नहीं, विचार की परीक्षा है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमें सिखाते हैं कि शिक्षा डिग्री नहीं, चरित्र-निर्माण है; ज्ञान तभी शक्ति है जब वह सेवा बने। गुरु सीढ़ी हैं—जो हमें ऊपर ले जाती है। आज की चुनौती है सूचना के शोर में स्वतंत्र चिंतन बचाना, स्क्रीन-टाइम घटाकर मनन बढ़ाना, और ईमानदारी की छोटी प्रतिज्ञाओं से समाज में बड़ा परिवर्तन लाना—दीप से दीप जलाने की परंपरा निभाना।
Mahadev Prashad Premi
Sep 4, 2025
Book Review
3
यह संग्रह महादेव प्रसाद ‘प्रेमी’ की कुण्डलियों का संकलन है, जिसे डॉ. मुकेश असीमित ने संपादित व प्रस्तुत किया है। इसमें प्रत्येक कुण्डली के साथ चित्रात्मक अभिव्यक्ति जोड़ी गई है। यह प्रयास लोकविधा कुण्डलिया को पुनर्जीवित करते हुए पाठकों तक उसकी लय, रस, हास्य और नीति का संपूर्ण अनुभव पहुँचाता है।