अहसास कविता-रचनाकार डॉ मुकेश गर्ग

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 18, 2024 Book Review 0

अहसास की इस विस्तृत वादी में, जहाँ कण कण में सुकून का सागर छिपा है,वहाँ एक परिंदा, अपने अस्तित्व की छाया में, स्वच्छंद उड़ान भरना चाहता है । क्षितिज की ओर ताकते हुए, उसके पंख स्वर्णिम रश्मि से आलोकित होते, उसकी हर उड़ान में एक नया जुनून, हर लम्हा एक नई महक लिए होते। पलकें […]

नरेन्द्र मोदी का निर्माण – चायवाला से चौकीदार तक-लेखक डॉ मुकेश गर्ग

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 18, 2024 Blogs 0

परिचय: इसके बाद के पन्नों में, आपको नरेंद्र मोदी के जीवन की विलक्षण यात्रा के माध्यम से एक अन्वेषण पर ले जाने का आमंत्रण देता हूँ, जो मात्र समाचारों की सुर्खियों का संकलन नहीं, बल्कि उन घटनाओं के गहरे अध्ययन के रूप में है, जिन्होंने उनके व्यक्तित्व और आदर्शों को आकार दिया। “नरेन्द्र मोदी का […]

ग्रेस एनाटोमी बनाम चौरसिया महाकाव्य- एस एम् एस मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के संस्मरण

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 9, 2024 Blogs 0

SMS मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष की स्मृतियाँ ,हम ग्रामीण परिवेश से आए हिंदी भाषियों के लिए कुछ ज्यादा खट्टे-मीठे अनुभव लिए होती हैं। एक ऐसे एनाटमी के पूजनीय सर, जिनका नाम मैं निजता के हनन के कारण उल्लेख तो नहीं करूंगा, लेकिन उनका खौफ और आतंक जिस प्रकार से हम हिंदी भाषियों के मन […]

शिव और शक्ति: एकत्व का परिवेश-कविता रचना -डॉ मुकेश

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 9, 2024 Poems 0

शिव समाधि हैं, शक्ति संचलन। एक निःशब्द ऊर्जा, दूसरी जीवंत स्पंदन। जब दोनों मिलते हैं, तब ब्रह्मांड बोल पड़ता है—सृष्टि का रहस्य, शिव-शक्ति की अद्वितीयता में छिपा है। यही जीवन की शाश्वत अभिव्यक्ति है।

मेरे बाप की सड़क है -एक व्यंग रचना

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 8, 2024 हिंदी लेख 0

मेरे अस्पताल में एक न्यूरोलॉजिस्ट के मासिक परामर्श के लिए अनुबंध करने हेतु दूरभाष पर बातचीत हो रही थी था। फोन पर बातचीत के दौरान, उन्होंने बताया कि हमारा शहर कितना सुंदर है, सब कुछ कितना सही है, फिर कुछ झिझकते हुए बोला -लेकिन वहां की सड़कें इतनी खराब क्यों हैं। सड़कों पर चलने वाले […]

“महादेव के चरणों में एक अर्पण: महाशिवरात्रि की पावन वेला की शुभकामनाएं “

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 8, 2024 Poems 0

सभी शिवभक्तों को महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर असीम शुभकामनाएँ। इस शुभ घड़ी में, मैं आपके समक्ष एक सहज रूप से रचित काव्य प्रस्तुति, जो महादेव के चरणों में समर्पित है, लेकर आया हूँ। आशा है, यह रचना आपके हृदय को स्पर्श करेगी। कृपया ‘बात अपने देश की’ को सब्सक्राइब करने का कष्ट करें, और […]

गाँव के नामकरण संस्कार की प्रक्रिया -एक व्यंग रचना

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 7, 2024 Blogs 0

आज के उल्लासपूर्ण युग में, जहां हर चीज की एक विशेष उद्योग विकसित हो चुकी है, वहां नामकरण संस्कार भी इस दौड़ में पीछे नहीं है। ऐसे आयोजन जो कभी साधारण समारोह हुआ करते थे, आज उन्हें अनूठा और अद्वितीय बनाने के लिए विशेष साइटें और शब्दकोश हैं। बच्चों के नाम को यूनिक बनाने के […]

अमीर और गरीब की होली -कविता रचना -डॉ मुकेश

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 7, 2024 Blogs 0

होली का त्योहार, रंगों और गुलाल की बौछार,  एक तरफ गरीब की बस्ती, दूसरी ओर अमीरों का द्वार।  दोनों की  ही दुनिया में रंगों की बहार ,  लेकिन दोनों के अर्थ, बेहद अलग, जैसे दो अलग संसार  ।  गरीब की होली में रंग है  सपनों की उड़ान,  खुशियों की तलाश में,संजोये एक  एक मीठी मुस्कान।  […]

मेडिकल क्षेत्र में विकल्प और मेडिकल क्षेत्र में बदलाव-मेरे पि जी लाइफ के कुछ संस्मरण

डॉ मुकेश 'असीमित' Mar 7, 2024 Blogs 0

मेरे एक परिचित हैं, जो रेलवे के मेडिकल विभाग में कार्यरत हैं। हाल ही में उनसे वार्तालाप के दौरान मुझे ज्ञात हुआ कि उन्होंने अपनी कन्या का प्रवेश पोस्ट-ग्रेजुएशन में त्वचा विज्ञान (डर्मेटोलॉजी) में करवाया है। एक समय था जब पोस्ट-ग्रेजुएशन में बाल चिकित्सा और ऑर्थोपेडिक्स का प्रभुत्व था, रेडियोडायग्नोसिस तो वैसे भी सदैव शीर्ष […]

रेलवे अस्पताल की आत्मीय सेवा: मानवीय संबंधों की गर्माहट” मेरे संस्मरणों से

डॉ मुकेश 'असीमित' Feb 23, 2024 Blogs 0

पिछले 8 सालों से रेलवे अस्पताल में मानद विजिटिंग सर्जन के पद पर कार्यरत हूं। यह दो घंटे की मेरी ड्यूटी मुझे मेरे मेडिकल स्पेस को थोड़ा विस्तार देने का मौका प्रदान करती है। अपने निजी प्रतिष्ठान की व्यब्सायिक मजबूरियों से अलग , यहां रेलवे कर्मचारियों की सेवार्थ स्थापित इस प्रसिद्ध रेलवे अस्पताल में सेवाएँ […]