Happy International Girl Child Day 2020
International Girl Child Day is celebrated every year on 11 October with the aim of making the girls aware of their rights and respect.
India Ki Baat
International Girl Child Day is celebrated every year on 11 October with the aim of making the girls aware of their rights and respect.
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हस्तशिल्प (handicraft) क्षेत्र काफी वर्षों से विकास की ओर अग्रसर है लेकिन पूरे विश्व में आये कोरोना संकट में पिछले ६ महीने से और उद्योगों की तरह इस उद्योग पर बी काफी असर पड़ा है. अब धीरे धीरे यहाँ उद्योग वापस अपनी रफ्तार पकड़ने लगा है । इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत के […]
कुंडलिनीः अवचेतन शक्ति सामर्थ्य डॉ. श्रीगोपाल काबरा के द्वारा कुंदिलिनी की अवधारणा का सटीक विश्लेष्ण. अपने लेख विचार कविता आदि के प्रकाशन के लिए सम्पर्क करे [email protected]
The festival of Raksha Bandhan i.e. Rakhi is the festival of brotherly love when a small thread is tied on the brother's wrist, the brother is willing to sacrifice his life to protect his sister.
यु तो कोरोना काल में सभी व्यब्सायो पर विपरीत असर पडा है,खासकर सब से ज्यादा आर्थिक मदी अगर झेल रहे है तो वो ये छोटे व्यब्सायी है जो शहर के मार्किट में अपनी छोटी सी दूकान लेकर बैठे है निम्नलिखित कुछ वास्तविक चुनोतिया है जो छोटे व्यब्सायी इस समय सामना कर रहे है प्रतिस्पर्धी ब्रांडेड […]
आज जिस तरह से पूरा विशब संकट के दौर से गुजर रहा है ऐसे में छोटा वयापारी हो या बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी का मालिक सभी की चिंता का विषय एक ही है ऐसे समय में अपने व्यापार को बनाए रखे और इसे बढाए भी. अपने व्यवसाय को स्केल अप करना कठिन है। इसमें काफी प्रयास और श्रम लगना पड़ता है इसका मतलब है बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन को प्रभावी बनाना । इसका अर्थ है कर और कॉर्पोरेट discipline को समझना। रोज मर्रा में ग्राहकों को कैसे आपके ब्रांड के प्रति वफादार बनाए ये भी शामिल है । और यकीन मानिए ये सारे प्रयास निश्चित ही आपको थका देने बाले होते है
सांप और सीढ़ी, जिसे मूल रूप से मोक्ष पाटम के रूप में जाना जाता है, दो या दो से अधिक खिलाड़ियों के लिए एक प्राचीन भारतीय बोर्ड गेम है जिसे आज दुनिया भर में क्लासिक माना जाता है।आपको यह जानकर हर्ष होगा की भारत में सांप और सीढ़ी की उत्पत्ति हुई थी।
रोहित की पढ़ाई पर मां बाप ने खूब पैसा खर्च किया,रोहित ने भी खूब मेहनत से पढ़ाई की।सोचा था अच्छी सी सरकारी नौकरी मिलेगी।मगर ये हो न सका।शहर में बहुत हाथ पैर मारे तो मुश्किल से किसी भामाशाह नामक सेठ के यहां नौकरी मिली।तनख्वाह कम थी लेकिन सेठ ने पक्की नौकरी और नियमित तनख्वाह का […]
चिकित्सकों का इलाज विश्वास पर आधारित हो या कटु अनुभवों पर? पढ़े लेख डा कान्तेश खेतानी का अभी हाल ही में लागू CPA एक्ट जिसको लेकर पूरे देश का चिकित्सा जगत नाराज है ,