वरिष्ठ नागरिक दिवस-बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी का दिवस Vivek Ranjan Shreevastav October 3, 2025 Important days 0 Comments पहली अक्टूबर को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमारे समाज के उन वरिष्ठजनों को समर्पित है जिनके अनुभव और मार्गदर्शन के बिना वर्तमान और… Spread the love
अथ खालीदास साहित्यकथा-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 3, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments “अथ खालीदास साहित्यकथा” आज के साहित्य की खिचड़ी परोसती है। फेसबुकिये कविराज, ट्विटरबाज महंत, सेल्फी–क्वीन और रीलबाज कविगण – सब मंच से उतरकर मोबाइल स्क्रीन… Spread the love
दशहरा 2025: क्यों रावण जलता है और राम पूजित होते हैं? एक दार्शनिक विमर्श डॉ मुकेश 'असीमित' October 2, 2025 India Story 0 Comments दशहरा केवल पुतलों का त्योहार नहीं, यह मनुष्य के भीतर छिपे रावण और राम के बीच की लड़ाई है। रावण के पास सामर्थ्य, ज्ञान और… Spread the love
कलियुग का रावण-व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 2, 2025 व्यंग रचनाएं 1 Comment अख़बार ने लिखा — इस बार रावण ‘मेड-इन-जापान’! पुतला बड़ा, वाटरप्रूफ, और दोनों पैरों से वोट माँगने तैयार। हम रोते नहीं, तमाशा देखते हैं: रावण… Spread the love
दिवाली की सफाई: घर, किताबें और कबाड़ी वाला – एक व्यंग्य डॉ मुकेश 'असीमित' October 2, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments दिवाली का असली मतलब घर की महिलाओं के लिए सफाई है। और सफाई सिर्फ झाड़ू-पोंछा नहीं, बल्कि पति के शौक की चीज़ों को कबाड़ी वाले… Spread the love
गरबा का थोथा गर्व-व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 1, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments नवरात्रि आते ही शहर गरबा-डांडिया के बुखार में तपने लगता है। भक्ति पीछे, डीजे आगे—फ़ैशन शो, सेल्फ़ी, और सार्वजनिक रोमांस! माँ दुर्गा कोने में दो… Spread the love
दिल का मामला है-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 1, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments “दिल का मामला है जी – एक दिन में कहाँ सिमट पाता है! वैलेंटाइन डे ने तो पूरे सात दिन का सरकारी-सा कार्यक्रम बना दिया… Spread the love
भीतर का समुद्र-मंथन: विष से अमृत तक की आत्मिक यात्रा डॉ मुकेश 'असीमित' September 30, 2025 Darshan Shastra Philosophy 0 Comments समुद्र-मंथन की कथा हमें बताती है कि जीवन की साधना सबसे पहले विष का सामना है—आलोचना, उपहास और असुविधा का। लेकिन यही विष जब धारण… Spread the love
रावण का दशहरा-व्यंग्य कथा Prahalad Shrimali September 29, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments दशहरे की शाम थाने में बैठे नशे में धुत्त दारोगा ने चौकीदार से पूछा — “गांव में क्या चल रहा है?” चौकीदार बोला — “हुजूर,… Spread the love
कन्याओं का स्लॉट सिस्टम: अब देवी भी अपॉइंटमेंट से आती हैं! डॉ मुकेश 'असीमित' September 29, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments नवरात्रों का ‘कन्या पूजन’ अब लॉजिस्टिक ऑडिट बन चुका है। मोहल्ले की आंटियां कन्या खोज में परेशान, तो युवाओं ने लॉन्च किया kanjakkart.com — जहाँ… Spread the love