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अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर बुजुर्ग दंपति – अनुभव और मार्गदर्शन की मिसाल, जो सम्मान, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक हैं।”

वरिष्ठ नागरिक दिवस-बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी का दिवस

पहली अक्टूबर को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमारे समाज के उन वरिष्ठजनों को समर्पित है जिनके अनुभव और मार्गदर्शन के बिना वर्तमान और…

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"एक रंगीन व्यंग्यात्मक लाइन–चित्र: मंच पर खाली कुर्सियाँ हैं, लेकिन मोबाइल स्क्रीन पर कवि ताज पहनकर बैठे हैं। एक तरफ फेसबुक कविराज अंगूठा उठाए दिख रहा है, ट्विटरबाज पक्षी के पंखों संग ट्वीट उगल रहा है, बीच में सेल्फी–क्वीन दण्डी पकड़े इठला रही है, और पीछे रसगुल्ला खाते कविगण मुस्कुरा रहे हैं। सत्य एक कोने में उदास बैठा जम्हाई ले रहा है।"

अथ खालीदास साहित्यकथा-हास्य व्यंग्य रचना

“अथ खालीदास साहित्यकथा” आज के साहित्य की खिचड़ी परोसती है। फेसबुकिये कविराज, ट्विटरबाज महंत, सेल्फी–क्वीन और रीलबाज कविगण – सब मंच से उतरकर मोबाइल स्क्रीन…

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An abstract surreal artwork of Rama and Ravana — Ravana’s dissolving shadow heads against Rama’s luminous calm by the ocean, Mandodari’s silhouette, and a cosmic balance in the sky, symbolizing desire versus restraint.

दशहरा 2025: क्यों रावण जलता है और राम पूजित होते हैं? एक दार्शनिक विमर्श

दशहरा केवल पुतलों का त्योहार नहीं, यह मनुष्य के भीतर छिपे रावण और राम के बीच की लड़ाई है। रावण के पास सामर्थ्य, ज्ञान और…

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कार्टून: मेले में ‘Made-in-Japan’ रावण का वाटरप्रूफ पुतला मंच पर चमक रहा है; सामने बच्चे खिलौने लेकर खुश, आयोजक चुपचाप चेक बाँटते; पुतले के पीछे छिपा एक मुस्कुराता शैडो-आदमी असली रावण को दर्शाता है — व्यंग्यात्मक और रंगीन।

कलियुग का रावण-व्यंग्य रचना

अख़बार ने लिखा — इस बार रावण ‘मेड-इन-जापान’! पुतला बड़ा, वाटरप्रूफ, और दोनों पैरों से वोट माँगने तैयार। हम रोते नहीं, तमाशा देखते हैं: रावण…

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"व्यंग्यात्मक कार्टून लाइन आर्ट: पति किताबों और कैमरे के कबाड़ को बचाने की कोशिश में, जबकि पत्नी दिवाली सफाई के नाम पर कबाड़ी बुलाने को तैयार। अलमारियों में साड़ियाँ, किताबें और कैमरे एक-दूसरे से भिड़े पड़े हैं।"

दिवाली की सफाई: घर, किताबें और कबाड़ी वाला – एक व्यंग्य

दिवाली का असली मतलब घर की महिलाओं के लिए सफाई है। और सफाई सिर्फ झाड़ू-पोंछा नहीं, बल्कि पति के शौक की चीज़ों को कबाड़ी वाले…

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“लाइन-आर्ट कार्टून जिसमें डीजे की तेज़ धुन पर लोग डांडिया खेल रहे हैं, माँ दुर्गा की मूर्ति प्रायोजक बैनरों के पीछे दब गई है, बाहर पानी भराव और ट्रैफ़िक, और लोग सेल्फ़ी ले रहे हैं—उत्सव की चमक में छुपी विडंबना।”

गरबा का थोथा गर्व-व्यंग्य रचना

नवरात्रि आते ही शहर गरबा-डांडिया के बुखार में तपने लगता है। भक्ति पीछे, डीजे आगे—फ़ैशन शो, सेल्फ़ी, और सार्वजनिक रोमांस! माँ दुर्गा कोने में दो…

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"Caricature of a man throwing a red heart like a javelin in a market full of discounted hearts, symbolizing the satire on Valentine’s Day and ‘Dil Phenk’ culture."

दिल का मामला है-हास्य व्यंग्य रचना

“दिल का मामला है जी – एक दिन में कहाँ सिमट पाता है! वैलेंटाइन डे ने तो पूरे सात दिन का सरकारी-सा कार्यक्रम बना दिया…

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Surrealistic abstract illustration of Samudra Manthan inside a human figure, showing poison on one side and divine treasures like moon, gems, and nectar pot on the other, symbolizing inner struggle and awakening.

भीतर का समुद्र-मंथन: विष से अमृत तक की आत्मिक यात्रा

समुद्र-मंथन की कथा हमें बताती है कि जीवन की साधना सबसे पहले विष का सामना है—आलोचना, उपहास और असुविधा का। लेकिन यही विष जब धारण…

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       रावण का दशहरा-व्यंग्य कथा

दशहरे की शाम थाने में बैठे नशे में धुत्त दारोगा ने चौकीदार से पूछा — “गांव में क्या चल रहा है?” चौकीदार बोला — “हुजूर,…

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कार्टून कैरिकेचर में मोहल्ले की आंटियां लैपटॉप व मोबाइल से कन्याओं की बुकिंग करती दिख रही हैं, पीछे पोस्टर लटका है — “Kanjakkart.com – Slot Booking Open.” कुछ कन्याएं मिनी यूनियन बैनर पकड़े खड़ी हैं जिस पर लिखा है “₹100 से कम दक्षिणा नहीं।” एक पंडित गूगल कैलेंडर नोटिफिकेशन देखकर पूजा की तैयारी कर रहा है।

कन्याओं का स्लॉट सिस्टम: अब देवी भी अपॉइंटमेंट से आती हैं!

नवरात्रों का ‘कन्या पूजन’ अब लॉजिस्टिक ऑडिट बन चुका है। मोहल्ले की आंटियां कन्या खोज में परेशान, तो युवाओं ने लॉन्च किया kanjakkart.com — जहाँ…

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