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“रक्षा बंधन” हिंदी कविता

रक्षा बंधन हिदी कविता

“रक्षा बंधन”
कुण्डली 6चरण

रक्षा बंधन पर्व है,भाई वहिन प्यार,
रक्षा धागे के बदले,मांगा रक्षा भार।

मांगा रक्षा भार ,सुरक्षा नाव चलाना,
दु:ख की भंवर आये,छोड़ पतवार न जाना,

“प्रेमी”भैया बहिन,प्यार मेरा अभिनंदन,
प्रेम सूत्र में बंधा,पाक ये रक्षा वंधन।

रचियता -महादेव प्रेमी

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