दवा प्रतिनिधि से मुलाकात – डॉ मुकेश 'असीमित' June 7, 2024 व्यंग रचनाएं 0 Comments चैम्बर में अपनी एकमात्र कुर्सी पर धंसा ही था कि एक धीमी आवाज आई, “में आई कम इन सर ?” नजरें उठाकर देखा तो आगन्तुक…