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Tag: hindi humour

राजनीतिक और सामाजिक व्यंग्य दर्शाता हुआ एक रेखाचित्र जिसमें अलग-अलग लोगों के जूते ज़मीन पर गहरे निशान छोड़ते दिखाई दे रहे हैं, कुछ जूते टूटे-फूटे हैं, कुछ चमकदार हैं, और कुछ दिशाहीन घूम रहे हैं।

कामयाबी के पदचिन्ह-व्यंग्य रचना

हर कोई अपने पदचिन्ह छोड़ जाना चाहता है, लेकिन अब ये निशान कदमों से नहीं, जूतों से पहचाने जाते हैं। महापुरुषों के घिसे जूतों में…

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