देवलोक का अमृतकाल बनाम मृत्युलोक का पतनकाल डॉ मुकेश 'असीमित' November 4, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments देवराज इंद्र की सभा के बीच अचानक नारद मुनि माइक्रोफोन लेकर प्रकट होते हैं और देवताओं को बताते हैं कि अब असली अमृतकाल मृत्युलोक में… Spread the love
भीतर का समुद्र-मंथन: विष से अमृत तक की आत्मिक यात्रा डॉ मुकेश 'असीमित' September 30, 2025 Darshan Shastra Philosophy 0 Comments समुद्र-मंथन की कथा हमें बताती है कि जीवन की साधना सबसे पहले विष का सामना है—आलोचना, उपहास और असुविधा का। लेकिन यही विष जब धारण… Spread the love