Login    |    Register
Menu Close

Tag: Indian politics

A satirical line-art cartoon of an Indian paan shop, with walls stained red by spit, people from all walks of life—leaders, poets, and locals—chewing paan while gossiping, symbolizing how paan defines culture, politics, and social life.

पान-दर्शन शास्त्र-हास्य व्यंग्य रचना

पान हमारी सभ्यता का ऐसा रस है जिसने गली-कूचों को संसद बना दिया। दीवारों पर मुफ्त “पीक आर्ट,” नेताओं के वादों में कत्था-चूना और जनता…

Spread the love
A humorous caricature of India’s evolving walls—scribbled childhood chalk drawings, political posters, advertisements, pan stains, and finally transforming into a giant Facebook wall full of posts and memes, symbolizing how expression migrated from real walls to digital ones.

दीवारों का कैनवास और-दीवारें फिर बोल उठी -हास्य व्यंग्य रचना

“दीवारों का कैनवास और-दीवारें फिर बोल उठी  बचपन में ले चलता हूँ… क्या करूँ, सारी मीठी यादें तो बचपन के पिटारे में ही रह गईं।…

Spread the love
संस्था के स्वयंवर में योग्यता नहीं, जुगाड़ के सहारे दूल्हों की भीड़, हर कोई पहुंच और सिफारिश से वरमाला हासिल करने को आतुर।

संस्था का स्वयंवर: ‘योग्यता’ नहीं, ‘जुगाड़’ की वरमाला!

संस्था अब कोई विचारशील मंच नहीं, एक शर्मीली दुल्हन बन चुकी है, जिसका स्वयंवर हर दो साल बाद होता है। यहां वरमाला योग्यताओं पर नहीं,…

Spread the love
बारिश से लबालब भरे एक गड्ढे में पसरे कुत्ते और पीछे खुदाई में जुटी JCB मशीन, चारों ओर कीचड़ और टूटी सड़कें।

खुदा ही खुदा है-हास्य व्यंग्य रचना

गड्डापुर शहर में विकास की परिभाषा गड्ढों से तय होती है। यहाँ खुदाई केवल निर्माण कार्य नहीं, आस्था, राजनीति और प्रशासन की साझा विरासत है।…

Spread the love