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Tag: #SanskritShlok

श्री गणेश चतुर्थी अवसर पर पारम्परिक संस्कृतनिष्ठ वंदना श्लोक—गणपति को विघ्नहर्ता, पार्वतीसुत, मोदकप्रिय, सिद्धिदाता, बुद्धिप्रदाता और भक्तप्रिय रूप में स्मरण करते हुए स्तुति। चित्र में गजानन भगवान को दिव्य आभा और मोदक के साथ दर्शाया गया है।

गणेश चतुर्थी विशेष-स्तुति

गणेश चतुर्थी विशेष अवसर पर प्रस्तुत वंदना में गणपति को विघ्नहरण प्रथमेश्वर, पार्वतीसुत, मोदकप्रिय, गजवदन और सिद्धिदाता के रूप में नमन किया गया है। वे…

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