काम वाली बाई — एक व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 16, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments पहले आदमी अपनी कुंडली देखकर तय करता था कि आज दिन कैसा रहेगा; अब बस यही देखता है — बाई आ रही है या नहीं!… Spread the love