Login    |    Register
Menu Close

Tag: समकालीन कविता

पंकज त्रिवेदी के काव्य संग्रह "तुम मेरे अज़ीज़ हो" की समीक्षा, जिसमें आत्मीय प्रेम, विरह, और स्मृतियों का गहन चित्रण किया गया है।

काव्य संग्रह समीक्षा-तुम मेरे अज़ीज़ हो-डॉ मुकेश असीमित द्वारा

“तुम मेरे अज़ीज़ हो” सिर्फ प्रेम का नहीं, आत्म-संवाद, स्मृति और मौन की यात्रा है। पंकज त्रिवेदी की सरल भाषा में छिपे गहन भाव, प्रेम…