हम आपका लेख छापेंगे… किसी दिन Wasim Alam October 14, 2025 व्यंग रचनाएं 2 Comments लेखन भेजना आसान है, लेकिन उसके बाद की प्रतीक्षा ही असली ‘कहानी’ बन जाती है। संपादक का “यथासमय” जवाब लेखकों के जीवन का सबसे रहस्यमय… Spread the love
हम उस ज़माने के थे -हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 12, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments “हम उस ज़माने के थे — जब ‘फ्री डिलीवरी’ मतलब रामदीन काका के बाग़ के अमरूद थे।” “खेतों की हवा, खाट पर रातें और दादी… Spread the love
चुनावी टिकट की बिक्री-हास्य व्यंग्य रचना Ram Kumar Joshi October 11, 2025 हिंदी कहानी 0 Comments “सर्किट हाउस की दीवारों में लोकतंत्र की गूँज नहीं — सिर्फ फ़ोटोग्राफ़ और आरक्षण की गंध है।” “माला पहनी, सेल्फी ली — और गांधी टोपी… Spread the love
जूता पुराण : शो-टाइम से शू-टाइम तक डॉ मुकेश 'असीमित' October 11, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments इन दिनों जूते बोल रहे हैं — संसद से लेकर सेमिनार तक, हर मंच पर चप्पलें संवाद कर रही हैं। कभी प्रेमचंद के फटे जूतों… Spread the love
श्रीमती जी का व्रत-हास्य व्यंग्य डॉ मुकेश 'असीमित' October 10, 2025 India Story 0 Comments जब श्रीमती जी के हाथ से चाय का दूसरा कप गायब हो और चेहरे पर व्रत का तेज़ नजर आने लगे, समझ जाइए — करवा… Spread the love
करवा चौथ का व्रत-हास्य-व्यंग्य डॉ मुकेश 'असीमित' October 10, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments करवा चौथ का व्रत अब प्रेम का नहीं, रिचार्ज का उत्सव बन गया है — पतियों की “लाइफटाइम वैलिडिटी” हर साल नए गिफ्ट और पैक… Spread the love
मध्यमवर्गीय शादियाँ : परंपरा, शोभा और तकनीक का तड़का डॉ मुकेश 'असीमित' October 10, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments हमारे इलाक़े की मध्यमवर्गीय शादियाँ किसी भूले-बिसरे लोकगीत के रीमिक्स जैसी होती हैं — धुन परंपरा की, बोल नए ज़माने के। रिश्ता तय होने की… Spread the love
अमीर दिखने का विज्ञान-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 3, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments अमीर दिखना अब कोई मुश्किल नहीं, बस सही नुस्ख़े चाहिए। घर की सफ़ाई से लेकर कॉफी कप, फ्रिज के एवोकाडो और कॉलर वाले नाइट सूट… Spread the love
मैंने आईफोन क्यों लिया?-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 3, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments “आईफोन क्यों लिया?” इस सवाल का जवाब तकनीकी फीचर्स नहीं, बल्कि स्वैग है। लेखक व्यंग्य में बताते हैं कि आईफोन खरीदने के बाद आत्मविश्वास भी… Spread the love
अथ खालीदास साहित्यकथा-हास्य व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 3, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments “अथ खालीदास साहित्यकथा” आज के साहित्य की खिचड़ी परोसती है। फेसबुकिये कविराज, ट्विटरबाज महंत, सेल्फी–क्वीन और रीलबाज कविगण – सब मंच से उतरकर मोबाइल स्क्रीन… Spread the love