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Category: Poems

चोरी हिंदी कविता

चोरी हिंदी कविता महादेव प्रेमी रचित

“चोरी”कुण्डली 6चरण चोरी यद्यपि पाप है,चोरी है अपराध,फिर भी चोरी कीजिये,अधिकारी को साध, अधिकारी को साध,चलेगी रिस्वत खोरी,विजलि पानी टैक्स,कीजिये जमकर चोरी, “प्रेमी”कह ये काम,भरे……

नीड छोड़ हिंदी कविता

“नीड छोड़” हिंदी कविता महादेव प्रेमी

मेरी कविता शीर्षक नीड छोड़ उन प्रवासी मजदूरों को समर्पित जो अपने पेट पालने खतिर अपना घरबार छोड़ कर दूर देश में अन्य राज्यों में……

माँ मंदिर का दीप हिंदी कविता

“माँ मंदिर का दीप” हिंदी कविता

“मां मन्दिर का दीप”कुण्डली 8चरण मां मन्दिर का दीप हैं, मां पूजा का थाल,जिसे दुआ मिलती रहे,सदा रहे खुशिहाल, सदा रहे खुशहाल, नहीं कोई दुविधा……

हाथ पैर यदि पास हिंदी कविता

“हाथ पैर यदि पास” हिंदी कविता

“हाथ पैर यदि पास”कुण्डली 8चरण हाथ पैर यदि पास हों,मांग कभी ना भीख,साहस पंखों में जगा,नभ में उड़ना सीख, उड़ना नभ में सीख,कभी झोली न……

"अपनी राह" हिंदी कविता

“अपनी राह” हिंदी कविता महादेव प्रेमी रचित

“अपनी राह”कुण्डली 8चरण अपनी राह स्वयम् चुनो,तव पाओगे मान,नदियां सागर में मिले,खो अपनी पहचान, खो अपनी पहचान,नदी सागर में मिलती,मीठे जल को छोड़,सभी सागर में……

आलोचना प्रशंसा हिंदी कविता

“आलोचना प्रशंसा” हिंदी कविता महादेव प्रेमी

“आलोचना प्रशंसा”कुण्डली 8 चरण आलोचना अरु प्रशंसा,एक दूजे विपरीत,करते सव ही है सदा,यह दुनियां की रीत, यह दुनियां की रीत,न रीझ प्रशंसा सुनकर,निंदा कोई करै,कभी……

नित सुबह से शाम हिंदी कविता

“नित सुवह से शाम” हिंदी कविता

“नित सुवह से शाम”कुण्डली 8चरण नित सुवह से श्याम तक,उछल कूद हुडदंग,योवन तक धूमिल हुए,बचपन के सव रंग, बचपन के रंग भूल,राह कुछ ऐसी पकड़ी,तीन……

सुख अरु शांति हिंदी कविता

“सुख अरु शान्ति ” हिंदी कविता

कविता शीर्षक “सुख अरु शांति” मानव मन को सच्ची शांति का मार्ग दिखलाती है. कविता का भावार्थ है की हे मनुष्य तू जहा शांति खोज……

चिडियों को दाना हिंदी पोएम

“चिड़ियों को दाना” हिंदी कविता महादेव प्रेमी

“चिडियों को दाना “हिंदी कविता कुंडीली विधा ८ चरण में प्रस्तुत है. कविता का भावार्थ छल और कपट द्वारा मनुष्य जिस तरह एक दुसरे को……

याद आ रही है जयपुर की वो शाम

याद आ रही है जयपुर की वो शाम !

पंडित की कुल्फी , लाला की पताशी , मुरली का पान , जयपुर वालो के दिल मे ऐसे कई नाम !संपत की कचोरी , सम्राट……