डॉ मुकेश 'असीमित'
Feb 8, 2022
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Love is a word, We all have heard it too many times in our life, but no wonder we found what exactly these words mean. It is not just a word, it is the feeling and emotion which automatically come when we start getting attracted to some in some ways. There are many different reasons […]
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डॉ मुकेश 'असीमित'
Dec 10, 2021
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त्र्यंबकेश्वर से संबंधित दो कथाएं हैं। एक कहानी पद्म पुराण के अनुसार सिंहस्थ पर्व के बारे में है। कहानी १ सदियों पहले भारत में देवी-देवता विचरण करते थे। उन्होंने विभिन्न कठिनाइयों के समय यहां रहने वाले संतों और लोगों की मदद की, खासकर राक्षसों से जो उपद्रव कर रहे थे। हालाँकि, इस लड़ाई में आम […]
Dr Shree Gopal Kabra
Sep 18, 2021
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पुत्र प्राप्ति के लिए सितम्बर में गर्भ धारण शुभ, पुत्री के लिए दिसम्बर।डॉ. श्रीगोपाल काबरा गर्भस्त शिशु का लिंग निर्धारण और जन्म पर पुत्र या पुत्री का होना क्या ऋतु विशेष पर निर्भर करता है ? क्या वर्ष के किसी माह विशेष में गर्भ धारण से पुत्र या पुत्री का अधिक होना होता है या […]
Dr Shree Gopal Kabra
Sep 3, 2021
हिंदी लेख
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अवैध प्रसवडॉ. श्रीगोपाल काबरा हमारे चिकित्सालय के नए अधीक्षक, नौसैना में सर्जन कोमोडर के पद से रिटायर हुए थे। अस्पताल में हाल ही में एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया जिसके लिए किसी ने ‘शिकायत’ की कि वह महिला अविवाहित है और सन्तान ‘अवैध’ है। “क्या किया जाए ?” यही चर्चा का विषय […]
Dr Shree Gopal Kabra
Aug 29, 2021
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घातक आयनीकारक विकिरण (आयोनाइज़िंग रेडिएशन)डॉ. श्रीगोपाल काबरा मेरी क्यूरी ने 1902 में रेडियम का आविष्कार किया। इससे गामा किरणें निकलती हैं। शरीर के आर-पार जाती इन किरणों से हड्डियाँ देखी जा सकती हैं। कोशिकाओं के पार जाती इन आयनीकारक किरणों से कोशिका की जीन (डी.एन.ए.) संरचना बिगड़ सकती है जिसके कारण समयोपरान्त कैन्सर होता है। […]
Dr Shree Gopal Kabra
Aug 28, 2021
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जन्म के समय बच्चों में लिंग अनुपात क्या होगा, उसे निर्धारित करने वाले कौन-कौनसे कारक (डिटरमिनेन्टे) हैं? यह समझना इतना सरल नहीं है जितनासाधारणतया सोचा जाता है।यह सर्वविदित है कि सामान्यतः जन्म के समय लड़के अनुपात में लड़कियों से अधिक होते हैं – 104-107 लड़के प्रति 100 लड़कियाँ। लेकिन यह अनुपात भिन्न हो सकता है। […]
Mahadev Prashad Premi
Aug 4, 2021
Hindi poems
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दीपक मिट्टी का बना हो,या सोने का,रोशनी कितनी देता है,सवाल है इस वात का,कोई धनी हो या गरीव,मुसीवत में कितना हो करीव,महत्व है इस वात का,फूलों से महक,मेहनत भरी क्यारियों से ही आती है,क्रतिम फूलों से तो केवल,प्रदर्शनी ही लगाई जाती है।
Dr Shree Gopal Kabra
Aug 4, 2021
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पुष्कर स्नानः गर्भजल, जरायु और नाभिनालडॉ. श्रीगोपाल काबरानाभिनाल -शिशु को आँवल (प्लैसेन्टा) से जोड़ती है नाभिनाल। इसमें अत्यधिक बल खाई हुई दो धमनियाँ (आर्टरी) होती हैं और एक शिरा (वेन)। धमनियाँ शिशु के शरीर से अशुद्ध रक्त आँवल को ले जाती हैं और शिरा, शुद्ध हुआ रक्त, और माँ के रक्त से प्राप्त पोषक तत्त्व, […]
Mahadev Prashad Premi
Jul 28, 2021
Hindi poems
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कहा जाता है समय और परिस्थिति सदैव पक्ष में हो ज़रूरी नहीं!हमारा नज़रिया जैसा होता है व्यवहार भी उसी तरह का होने लगता है | अंततः ये हमारे द्वारा किये जाने वाले सृजन को प्रभावित कर ही लेता है | लेखक ले कर आये है परिस्थितियों के अपने नजरिये को कविता के माध्यम से ‘ […]
Mahadev Prashad Premi
Jul 28, 2021
Hindi poems
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एस अकबरी ने कहा है की तैरना नहीं आता तुम्हे और इल्जाम पानी पर लगाते हो. कविता के माध्यम से लेखक ने इस सांकेतिक भाषा में हमारी परिस्थितियों के लिए स्यंव को जिम्मेदार न मानकर परिस्थितियों को जिम्मेदार बताते है