Login    |    Register
Menu Close

Tag: जीवन दर्शन

एक प्राकृतिक पत्थर जो मंदिर, नदी, रास्ते और पहाड़ से जुड़ी विविधता को दर्शाता है; आधा तराशा गया, आधा बिखरा हुआ।

एक पत्थर की कहानी -कविता रचना

विद्या पोखरियाल की यह कविता “पत्थर हूं मैं” जीवन की विसंगतियों को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करती है। यह पत्थर कभी पूजित है,…

Spread the love
एक टूटा हुआ दिल, उसके पीछे धुंधले चेहरों की परछाइयाँ — जो लालच और स्वार्थ के प्रतीक स्वरूप बिखरे हैं।

रिश्ते -कविता हिंदी रचियता महादेव प्रेमी Hindi Poem Rishte

जब रिश्तों में स्वार्थ और लोभ का ज़हर घुल जाता है, तब वर्षों से सहेजे संबंध भी टूटने लगते हैं। मनुष्यता की नींव पर जब…

Spread the love