राग दरबारी- एक अनवरत बजता भारतीय राग डॉ मुकेश 'असीमित' August 2, 2025 शोध लेख 1 Comment “राग दरबारी कोई उपन्यास नहीं, भारतीय लोकतंत्र की एक्स-रे प्लेट है। श्रीलाल शुक्ल की यह कृति व्यवस्था के सड़ांधभरे तंत्र पर तीखा व्यंग्य करती है।… Spread the love
व्यंग्य चिंतन में मुंगेरीलाल Prahalad Shrimali July 13, 2025 व्यंग रचनाएं 1 Comment मुंगेरीलाल केवल एक चरित्र नहीं, हर आम आदमी की अंतरात्मा है जो कठिन यथार्थ के बीच भी सुनहरे सपने देखता है। वह न पाखंडी है,… Spread the love