हम आपका लेख छापेंगे… किसी दिन Wasim Alam October 14, 2025 व्यंग रचनाएं 2 Comments लेखन भेजना आसान है, लेकिन उसके बाद की प्रतीक्षा ही असली ‘कहानी’ बन जाती है। संपादक का “यथासमय” जवाब लेखकों के जीवन का सबसे रहस्यमय… Spread the love
“लिखें तो लिखें क्या ?”–व्यंग रचना डॉ मुकेश 'असीमित' June 3, 2024 व्यंग रचनाएं 0 Comments एक लेखक के लिए क्या चाहिए? खुद का निठल्लापन, उल-जलूल खुराफाती दिमाग, डेस्कटॉप और कीबोर्ड का जुगाड़, और रचनाओं को झेलने वाले दो-चार पाठकगण। कुछ… Spread the love
मरने की फुर्सत नहीं -व्यंग रचना डॉ मुकेश 'असीमित' May 13, 2024 Blogs 0 Comments इस लेख में, एक निजी चिकित्सक का व्यंग्यात्मक चित्रण किया गया है जो अपने पेशेवर जीवन में उतने सफल नहीं हैं जितना समाज से उम्मीद… Spread the love