मैं और मेरा आलसीपन –अक्सर ये बातें करते हैं डॉ मुकेश 'असीमित' May 8, 2024 व्यंग रचनाएं 0 Comments “वास्तव में, आलस्य और मेरे मध्य ऐसा अटूट बंधन है, जैसे कि आत्मा और शरीर का होता है, जो केवल महाप्रलय में ही छूट पाएगा,…