वोट का हाट बाजार-हास्य व्यंग्य रचना Pradeep Audichya November 10, 2025 हास्य रचनाएं 0 Comments भरोसीलाल ने चाय के डिस्पोज़ल कप को देखते हुए कहा — “ये चाय है चुनाव और कप है जनता, चुनाव खत्म तो जनता कचरे में!”… Spread the love
मुद्दों की चुहिया – पिंजरे से संसद तक डॉ मुकेश 'असीमित' November 10, 2025 व्यंग रचनाएं 0 Comments मुद्दा कोई साधारण प्राणी नहीं — यह राजनीति की चुहिया है, जिसे वक्त आने पर पिंजरे से निकालकर भीड़ में छोड़ दिया जाता है। झूठे… Spread the love