Login    |    Register
Menu Close

Tag: hindi poems

पुस्तक बुझोबल को समर्पित कविता

बुझोबल पहेली संग्रह को समर्पित रचना मनीष “माना” द्वारा

सुप्र्शिद्ध कवी महादेव प्रेमी द्वारा संकलित एवं रचित प्रथम पुस्तक बुझोबल को समर्पित यह रचना Share this:Click to share on Twitter (Opens in new window)Click…

sheershkheen hindi kavita

शीर्षकहीन हिंदी कविता -डा संजय जैन रचित

Many situations, One description. Interpretation is all yours. an untitled poem by Dr. Sanjay Jain Share this:Click to share on Twitter (Opens in new window)Click…

koun kahata hai hindi kavita

व्यग्र पाण्डेजी की प्रथम प्रकाशित पुस्तक ” कौन कहता है… ” पर रचित कविता

गंगापुर सिटी का साहित्यकार की दृष्टि से सबका जाना-पहिचाना नाम है व्यग्र पाण्डे । आपके अबतक तीन काव्य-संग्रह किताबगंज प्रकाशन से प्रकाशित हो चुके हैं……

काम-कर्ध मद लोभ हिंदी कविता

“काम क्रोध मद लोभ” हिंदी कविता

यह कविता जिसका शीर्षक है” काम क्रोध मद लोभ ” आज के मनुष्य की इन चार विनाशकारी प्रब्रतियो में लिप्त होने की व्यथा व्यक्त करती……

jyo jal hindi poem

“ज्यों जल” हिंदी कविता by Mahadev Premi

आज की मेरी कविता “ज्यो जल ” धन के सही उपयोग के बारे में बताती है. ” ज्यों जल”(कुण्डली 6चरन।) ज्यों जल बाढ़े नाव में,घर……

Sai Hindi poem

साईं हिंदी कविता by Mahadev “premi”

आज मेरी कविता साईं इस संसार के छल कपट मोह माया के जाल में फंसे हुए इंसान की तरफ इंगित करती है. की कैसे इस……

Doulat Hindi Kavita

“दौलत” Doulat Hindi Poem by Mahadev Premi

आज की मेरी रचना दौलत रुपी मिथ्या भुलाबे में जो मानव जगत अपनी बहुमूल्य निधि अपना परिवार और मानव धर्म को भूल रहा है. उस……

Tinka hindi Poem by Mahadev premi

“तिनका ” हिंदी कविता by Mahadev premi

आज की मेरी कविता उन दुराभावो को दूर करने के लिए प्रेरित है जिस के चलते हम अपने से तुच्छ या नीचे ओहदे बाले व्यक्तियों……

kalyug hindi poem

Kalyug (कलयुग) हिंदी कविता by Mahadev Premi

कलयुग की उल्टी लीला से सभी सामना कर रहे है. कलयुग के रूप में जो उल्टी गंगा बह रही है उसका सटीक वर्णन करती हुई……

Duniya dari Hindi poem

Duniyadaari (दुनियादारी ) हिंदी कविता by Mahadev ‘Premi “

Duniyadaari (दुनियादारी ) kundili रचना इस दिनिया के मायाजाल को देख कर बनायीं है ,कैसे मनुष्य इस मायाजाल में फंसकर अपनी साड़ी जिंदगी व्यर्थ क्र…