Login    |    Register
Menu Close

Tag: hindi poems

jag me bhari hindi poem

“जग में भारी” हिंदी कविता

“जग में भारी ” आज के युग में मोबाइल की महत्ता को दर्शाती कविता है. कैसे मोबाइल आज एक आवश्यक निजी साथी बन गया है.……

vraddh-jano-ka-hindi-poem

“व्रद्ध जनो का ” हिंदी कविता

आज के युग में वृद्ध जानो की व्यथा को बाया करती मेरी यह कविता “वर्द्ध जनों का ” आपको बहुत पसंद आएगी. कविता कुंडली विधा……

बेटी हिंदी कविता

“बेटी” हिंदी कविता महादेव प्रेमी द्वारा रचित

कविता शीर्षक “बेटी “,भगवान का सर्वश्रेष्ट आशीर्वाद बेटी के लिए समर्पित. “बेटी”कुण्डली 8चरण बेटी घर की लाडली बेटी घर का प्यार,बेटी एक मुस्कान है,कोमल हृदय……

english-patrani-hindi-poem

“इंग्लिश पटरानी” हिंदी कविता

“इंग्लिश पटरानी”कुण्डली 8चरण इंग्लिश पटरानी बनी,हिंन्दी है लाचार,झेल रही निज देश में,सोतेला व्यवहार, सोतेला बर्ताव ,झेल रही अपनी हिन्दी,जो संस्कृति आधार,बनी भारत की बिंदी ,……

“चलना सच की राह” हिंदी कविता

कविता शीर्षक “चलना सच की राह” हमे कैसी भी विपरीत परिस्थितियों में सच का मार्ग नही छोड़ने की प्रेरणा देती है। “चलना सच की राह”……

manthan-hindi-kaita

मंथन

रातें क्यूं है सोई सोई दिन की धूप भी है खोई खोई   क्या हुआ ये , कैसा है मंजर हाथों से छूटा, मानव का……

Hariyaali Hindi Kavita

हरियाली हिंदी कविता महादेव प्रेमी रचित

कविता” हरियाली ” प्रकृति की खूबसूरती को बयान करती कविता है. किस तरह कवी को श्रावण मास में गाँव का वो स्वछन्द वतावरण और प्रकृति…

Naari Jeevan Kavita

नारी जीवन हिंदी कविता महादेव प्रेमी रचित

नारी जीवन’ कविता नारी के महत्व और समाज में उसके विशेष स्थान का बोध कराती है . “नारी जीवन” (कुण्डली6चरण ) नारी जीवन दायिनी,नारी से……

mita kabhi koi hindi kavita

“मिटा कभी कोई ” हिंदी कविता महादेब “प्रेमी “द्वारा रचित

मेरी कविता “मिटा कभी कोई” व्यक्ति के सहस और विवेक की बात करती है की कैसे एक व्यक्ति सहस और विवेक से साधन हीन होते…

गाँवों में दीखता हिंदी कविता

“गाँवो में दिखता” हिंदी कविता महादेव प्रेमी रचित

गाँवो में दिखता शीर्षक कविता गाँव के परिद्रश्य को दर्शाती ,आज भी गाँवो को शहरो से श्रेष्ठ होने का आभास कराती है. Share this:Click to…