? सावरकर जयंती 28 मई ?
सावरकर का नाम ही भारतीय क्रांतिकारियों के लिए उनका संदेश था। वे एक महान क्रांतिकारी, इतिहासकार, समाज सुधारक, विचारक, चिंतक, साहित्यकार थे। उनकी पुस्तकें क्रांतिकारियों के लिए गीता के समान थीं। उनका जीवन बहुआयामी था।
भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के सेनानी, प्रखर राष्ट्रवादी,महान क्रान्तिकारी, चिन्तक, लेखक,ओजस्वी वक्ता तथा दूरदर्शी राजनेता वीर’ विनायक दामोदर सावरकर जी की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन। आपका तप, त्याग,तर्क, और राष्ट्र प्रेम हम सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।सावरकर जी एक महान देशभक्त ,एक बहुत निराले साहित्यकार थे। भाषा शुद्धि का काम और समाज सुधारने के लिए उन्होंने नींव का पत्थर का काम किया है। सावरकर जी पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा देते रहेंगे

भारत के सच्चे क्रांतिवीर सपूत वीर सावरकर
वो सच्चा पुत्र था धरती का , भारत का महानायक था !
जीत चुका था स्वयं शरीर को , इन्द्रियों पर अधिनायक था !
भारत की पूर्ण स्वतंत्रता ही जिसका अपना सपना था !
वो हुतात्मा कोई और नहीं , वीर सावरकर अपना था !
सावरकर एक शेर था ! वो बहुत बडा दिलेर था !
अंग्रेजों को डराया करता था ! समुद्र में छलांग लगाया करता था !
घूम-घूम कर पूरे भारत में , वो क्रान्ति लाया करता था !
इसी गुनाह में वो , काला पानी की सजा पाया करता था !
वहां भी वो शान्ति से कहां बैठा करता था !
जी भर के जोखिमों से खेला करता था !
वो तब भी सबके दिलों में बसा करता था !
वो आज भी युवकों की जवानी में जिया करता है !
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कोशिशें लाख करले कोई, इनका नाम मिटाने की !
भुला नहीं सकता राष्ट्र , गाथा इनके बलिदानों की !
ये वो वीर सावरकर हैं जिन्होंने अपने लहू से लिखा व रचा है , इतिहास अपना !
इनके विचारों को कोई मिटा नहीं सकता, कितनी भी ताकत आजमाये जमाना!
हिन्दू राष्ट्र की विचारधारा को विकसित करने वाले महान क्रांतिकारी , भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रिम पंक्ति के सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता , चिन्तक , सिद्धहस्त लेखक , कवि , ओजस्वी वक्ता , तथा दूरदर्शी राजनेता , हिन्दू राष्ट्र की विजय के इतिहास को प्रमाणिक ढंग से लिपिबद्ध करने वाले , 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर का सनसनीखेज व खोजपूर्ण इतिहास लिखकर ब्रिटिश शासन को हिलाकर रख देने वाले , एक वकील ( बैरिस्टर ), राजनीतिज्ञ , लेखक और नाटककार स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर जी की जन्म जयंती है
वीर सावरकर भारत माता के ऐसे सपूत थे जिन्होंने अदभुत जीवट और राष्ट्रप्रेम का परिचय देते हुए इस देश को आज़ाद कराने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने एक भारत और मज़बूत भारत की कल्पना की जिसे साकार करने का संकल्प हर भारतीय के मन में है।
जीवन भर हिन्दू, हिन्दी और हिन्दुस्तान के लिए ही काम करने वाले प्रखर राष्ट्रवादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी , विश्व के इतिहास में दो दो आजीवन कारावास की सजा भुगतने प्रथम वाले महान देशभक्त , ‘वीर सावरकर’ जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन करता हूं !
CANVAS AND PAPER PRINTS OF HANDMADE PAINTINGS

Ultra-premium museum quality with outstanding details
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